Congress Worker Prabhat Pandey Death Case: कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय की मौत मामले में लखनऊ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. मृतक प्रभात पांडेय के चाचा मनीष पांडेय ने हुसैनगंज थाने में तहरीर दी है. प्रभात पांडेय के परिजनों ने हत्‍या का मामला मानते हुए जांच करने की मांग की है. हुसैनगंज पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है. गुरुवार को गोरखपुर में प्रभात पांडेय का अंतिम संस्‍कार किया गया. इस दौरान अंतिम संस्‍कार में पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष अजय राय को विरोध का सामना करना पड़ा. 


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परिजनों ने लगाए ये आरोप 
दरअसल, गोरखपुर के रहने वाले प्रभात पांडेय एम‍िटी कॉलेज के पास पीजी में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था. प्रभात लखनऊ में करीब डेढ़ साल से रह रहा था. बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा विधानसभा घेराव के दौरान प्रभात पांडेय को कांग्रेस कार्यालय से सिविल अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था, जहां चिकित्‍सकों ने उन्‍हें मृत घोषित कर दिया गया. मृतक प्रभात के चाचा मनीष के मुताबिक, उन्‍हें फोन कर प्रभात के सिविल अस्‍पताल में भर्ती होने की सूचना दी गई. 


डेढ़ साल से लखनऊ में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था प्रभात 
मनीष का कहना है कि प्रभात पीजी में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था. प्रभात कांग्रेस कार्यालय कैसा पहुंचा, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. उन्‍होंने बताया कि प्रभात को पहले से कोई बीमारी नहीं थी. मनीष का आरोप है कि ऐसा लग रहा प्रभात के साथ कुछ अनहोनी हुई है. अज्ञात कारणों से प्रभात की हत्या की गई है. मनीष का कहना है कि प्रभात कांग्रेस कार्यालय में होना संदिग्‍ध है. प्रभात दो बहनों में अकेला है. एक बहन की शादी हो चुकी है. वह लखनऊ में रहती है. बहन के पास ही दस दिन पहले प्रभात गया था. प्रभात के घर पर बाबा उमाशंकर पांडेय, माता-पिता और छोटी बहन है. लखनऊ में उसके चाचा और बहन का परिवार रहता है.  


अज्ञात के खिलाफ हत्‍या का मामला दर्ज 
डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि प्रथमदृष्टया डॉक्टरों के मुताबिक कोई भी गहरा चोट प्रभात के शरीर पर नहीं मिले हैं. वीडियोग्राफी के साथ पैनल के माध्यम से शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. हालांकि, परिजनों की ओर से दिए गए तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जांच भी शुरू कर दी गई है. लखनऊ पुलिस का कहना है कि कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान किसी तरह का बल प्रयोग नहीं किया गया था. ऐसे में अफवाहों पर ध्‍यान न दिया जाए.


कांग्रेस ने 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया 
कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष अजय राय ने मृतक प्रभात पांडे को 10 लाख की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है. साथ ही प्रभात के अंतिम संस्‍कार में शामिल होने को कहा है. अजय राय ने योगी सरकार से एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद और परिवार के एक सदस्‍य को नौकरी देने की मांग की है. कांग्रेस अध्‍यक्ष ने प्रभात की मौत के लिए प्रशासन को जिम्‍मेदार ठहराया है. प्रभात पांडेय की मौत मामले में कांग्रेस आज सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेगी. 


 


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