Special train for Ayodhya: रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयार है रेलवे, अयोध्या तक चलने वाली स्पेशल ट्रेनों की जानिए पूरी डीटेल
Ayodhya Pran Pratishtha ceremony: अयोध्या में अगले साल एक बड़ा उत्सव होने वाला है. यहां जनवरी महीने में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का समारोह आयोजित होने वाला है जिसके लिए रेलवे ने भी खुद तैयार करना शुरू कर दिया है. जिससे कि रामलला के दर्शन के लिए जो भी भक्त आएं उनकी यात्रा शुभ हो.
Special train for Ayodhya: अयोध्या में आने वाले नए साल में बड़ा उत्सव होने वाला है. अगले साल के जनवरी महीने में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होने वाला है जिसे लेकर तमाम तरह की तैयारियां की जा रही हैं. इसे लेकर रेलवे की ओर से भी अपनी तैयारियां की जा रही हैं. भक्त रामलला के दर्शन करने आसानी से अयोध्या पहुंच सकें इसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे स्पेशल ट्रेन चलाने की तैयारी में जुट गया है. एनईआर ने 10 मेमू स्पेशल ट्रेन चलाने की अपनी प्लानिंग कर ली है. इसके साथ ही रेलवे ने अयोध्या आने वाले यात्रियों को लेकर अनुमान भी लगाया है.
ऐसी संभावना है कि अयोध्या में बहुप्रतीक्षित राममंदिर के गर्भगृह में साल 2024 के जनवरी महीने के तीसरे हफ्ते में रामलला को विराजमान कर दिया जाए और अगर ऐसा हुआ तो मंदिर श्रीराम भक्तों के लिए खोल दिया जाएग. ऐसे में अयोध्या में भीड़ जुटने की भी संभावना बनती है जिसे लेकर रेलवे ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. अयोध्या पहुंचने में श्रद्धालुओं किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए रेलवे ने तैयारी की है कि उत्तर व पूर्वोत्तर रेलवे स्पेशल मेमू ट्रेन चलाए. उत्तर रेलवे अलग अलग स्टेशनों से छह मेमू ट्रेन चलाने को लेकर प्लानिंग कर रही है तो वहीं पूर्वोत्तर रेलवे की योजना है कि 10 मेमू ट्रेन चलाई जाए.
डिमांड जारी रहा तो मेमू को किया सकता है स्थाई
राम मंदिर के भव्य उद्घाटन के लिए अयोध्या में समारोह की शुरुआत दिसंबर 2023 से ही हो जाएगी. जिले लेकर यात्रियों की अच्छी खासी भीड़ उमड़ने की संभावना है. अगर ऐसी स्थिति में श्रद्धालुओं की डिमांड जारी रही तो कुछ मेमू ट्रेनों को स्पेशल के बाद रेगुलर भी किया जा सकता है, इसे लेकर रेलवे विचार कर रहा है. अंतिम फैसला डिमांड को देखते हुए ही लिया जाएगा.
शाम को लौट आएगी ट्रेन
राम मंदिर का शुभारम्भ जिस दिन होगा उस दिन मेमू स्पेशल के माध्यम से गोरखपुर से सुबह ले जाने व शाम को लौट आने की प्लानिंग है. इस तरह सुबह के समय गए यात्री दर्शन-पूजन में शामिल होने के बाद बहुत ही आसानी से अपने घर के लिए शाम को वापसी कर पाएंगे. इस दौरान उन्हें परिक्षेत्र का भ्रमण करने और और मंदिर दर्शन करने का पूरा पूरा समय मिलेगा.
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