UP News: उप्र लोक सेवा आयोग ने एक बड़ा कदम उठाया है. दरअसल आयोग ने 1,029 विशेषज्ञों की नियुक्ति की है वहीं और लोगों की चयन प्रक्रिया को प्रारंभ भी कर दिया गया है. उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की ओर से इस बारे में विधान परिषद में जानकारी दी गई है.
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लोगों को अब विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक पूरी फौज मिलने वाली है. दरअसल, प्रदेश में एक अलग से नियमावली तैयार की गई है जिसके अंतर्गत विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की जा रही है. उप्र लोक सेवा आयोग ने 1,029 विशेषज्ञों की नियुक्ति इसी नियमावली से की है. वहीं, 2,382 की चयन प्रक्रिया जारी है. इस संबंध में विधान परिषद में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने विस्तृत जानकारी दी है.
आयोग के माध्यम से डॉक्टरों की भर्ती
उप मुख्यमंत्री की ओर से जानकारी दी गई कि आयोग के माध्यम से डॉक्टरों की भर्ती प्रदेश में की जा रही है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के माध्यम से पहली दफा है कि पांच लाख रुपये मासिक पारिश्रमिक पर डॉक्टर नियुक्त किए जा रहे हैं. एनएचएम के माध्यम से विशेषज्ञों की तैनाती को लेकर विज्ञापन जारी हुए हैं ये संख्या 1,199 है. स्टाफ नर्स की भी नियुक्ति हुई है जोकि 1,354 की संख्या में हैं और एनएचएम के माध्याम से स्टाफ नर्स संविदा पर की गईं नियुक्तियां 2,942 की संख्या में है.
नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड
उप मुख्यमंत्री ने इस संबंध में जानकारी दी है कि नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड यानी एनक्यूएएस का प्रमाणपत्र 48 जिला अस्पतालों को दिया गया है. तुरंत मरीजों को चिकित्सा सुविधा मिल सके इसके लिए 108 और 102 एंबुलेंस का भी रिस्पांस टाइम 15 मिनट तय किया गया है. 880 नई एंबुलेंस खरीद हो रही है. उप मुख्यमंत्री ने जानकारी दी है कि पहले शिशु मृत्यु दर प्रदेश में 57 प्रति हजार थी थी लेकिन अब साल 2020 में इसमें कमी आई है और यह 38 प्रति हजार हुई है.
पूछे गए थे प्रश्न
दरअसल, इस संबंध में एक मार्च 2023 को परिषद में एमएलसी नरेश चंद्र उत्तम के साथ ही लाल बिहारी यादव, स्वामी प्रसाद मौर्य व डॉ. मानसिंह यादव समेत कई और लोगों के द्वारा प्रश्न उठाए गए थे. जिस पर गुरुवार को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की ओर से उत्तर दिया गया है.
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