Prayagraj: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले समाजवादी पार्टी बिखरती नजर आ रही है. राज्यसभा चुनाव के दौरान भी सपा के 7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है. समय- समय पर पार्टी के बड़े नेताओं की अखिलेश से नाराजगी सामने आई है. स्वामी प्रसाद मौर्य, पल्लवी पटेल, मनोज पांडे और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलीम शेरवानी के बाद माना जा रहा है कि सपा के एक और बड़े नेता पार्टी छोड़ सकते हैं. समाजवादी पार्टी को छोड़ने वाले नेताओं का कहना है कि अखिलेश यादव का व्यवहार पार्टी में सही नहीं है. कई बार तो पार्टी के नेताओं को अखिलेश से मिलने के लिए महीनों इतंजार करना पड़ता है. 


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खबर विस्तार से- 
दरअसल सपा के संस्थापक सदस्य, पूर्व में 3 बार के सांसद, 7 बार विधायक औऱ मुलायम सिंह के सबसे करीबी रहे रेवती रमण सिंह अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि रेवती रमण सिंह जल्द ही सपा के साथ अपनी पारी को विराम दे सकते हैं. रेवती रमण सिंह नया सियासी ठिकाना तलाशने की तैयारी कर रहे हैं.  देश की 2 बड़ी पार्टियों से उनकी बात चल रही है. 1 पार्टी से तो बात लगभग तय हो चुकी है. ऐसे में कुंवर रेवती रमण सिंह और उनका परिवार अपने लिए बेहतर विकल्प तलाश रहा है. प्रयागराज, पूर्वांचल और बुंदेलखंड वाले इलाके में रमण सिंह की अच्छी पकड़ मानी जाती है. वो प्रयागराज के करछना सीट से सात बार के विधायक रहे हैं. 


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पूर्व सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह का बयान- 
समाजवादी पार्टी में चल रहे गतिरोध पर अपना बयान देते हुए रेवती रमण सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव सपा के वरिष्ठ नेताओं को तवज्जो नहीं देते हैं. यही वजह है कि सपा के वरिष्ठ नेता किनारा कर रहे हैं. इलाहाबाद संसदीय सीट को कांग्रेस पार्टी को दिए जाने पर भी रेवती रमण सिंह ने नाराजगी जताई. कुंवर रेवती रमण सिंह ने कहा 1984 के बाद कांग्रेस यहां से नही जीती है फिर भी अखिलेश यादव ने इस सीट को कांग्रेस को दे दिया है. उनसे बातचीत के बगैर अखिलेश यादव ने इलाहाबाद सीट कांग्रेस को दे दिया. पूर्व सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह ने कहा इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा. रेवती रमण सिंह का कहना है कि राजनैतिक भविष्य को लेकर भी वह जल्द ही फैसला लेंगे.  राज्यसभा चुनाव में सपा विधायकों के क्रॉस वोटिंग पर भी बोले रेवती रमण सिंहं. उन्होंने आगे कहा कि अखिलेश यादव अपने विधायकों को विश्वाश में नहीं ले पा रहे हैं.