श्रावस्ती:  श्रावस्ती एयरपोर्ट से इसी महीने छोटे हवाई जहाज को उड़ान भरवाया जाएगा. शुक्रवार को डीजीसीए ने एयरपोर्ट के लिए लाइसेंस जारी कर दिया. संभावना जताई जा रही है कि हवाई सेवा का शुभारंभ पीएम मोदी के हाथों कराया जाए. यहां से 19 सीटर (डोर्नियर 228) विमान उड़ान पहले चरण में भरेंगे. जानकारी है कि पांच शहरों के लिए श्रावस्ती से हवाई सेवाएं शुरू होगी।


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एयरपोर्ट का शुभारंभ 
श्रावस्ती में एयरपोर्ट बनाने के लिए वर्ष 1995 में कवायद शुरू की गई थी. हवाई पट्टी का निर्माण 22 मई 1997 को शुरू कर दिया गया है. साल 2018 में रीजनल कनेक्टिविटी योजना के अंतर्गत हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के तौर पर बदला गया. हलांकि डीजीसीए से लाइसेंस नहीं मिल पाया और लंबा इंतजार करने के बाद अब शुक्रवार को श्रावस्ती एयरपोर्ट को डीजीसीए ने लाइसेंस इशू किया जिसके बाद एयरपोर्ट के शुभारंभ का इंतजार खत्म हुआ. 


अन्य जिले को भी लाभ
श्रावस्ती एयरपोर्ट से पहले चरण में 19 सीटर विमान उड़ान भरे जाएंगे और लखनऊ, नई दिल्ली, वाराणसी, प्रयागराज के अलावा कानपुर के लिए यह विमान सेवा शुरू करने की तैयारी की जा रही है. उड़ान शुरू होने से यहां के पर्यटन को नई ऊचाई मिलने के असार हैं. एयरपोर्ट का विस्तार दूसरे चरण में करने की पूरी तैयारी है. सीडीओ अनुभव सिंह ने कहा है कि उड़ान सेवा श्रावस्ती एयरपोर्ट से शुरू होने से बलरामपुर समेत बहराइच, गोंडा और अवध क्षेत्र के अन्य जिले लाभ उठा सकेंगे.


नेपाल की सीमा से सटे हिमालय पर्वत श्रेणी में उत्तर प्रदेश  उत्तरी क्षेत्र में जनपद श्रावस्ती में घूमने की कई जगहें हैं जहां जाया जा सकता है. 
विभूतीनाथ मंदिर
सुहेलदेव वन्यजीव अभयारण्य- 452 वर्ग किमी0 के क्षेत्र में फैला सुहेलदेव वन्यजीव प्राणी अभयारण्य भारत-नेपाल सीमा के पास जनपद बलरामपुर और श्रावस्ती में स्थित है.
कच्ची कुटी- महेट क्षेत्र में दो टीले है। इन्हीं के बीच खुदाई से प्राप्त कच्ची कुटी हुई.
वहीं, Pakki Kuti पक्की कुटी- पक्की कुटी महेट क्षेत्र में पाये गये सबसे बड़े टीले में से एक है.
Vipassana Meditation Centre: विपश्यना ध्यान केन्द्र, श्रावस्ती- राज्य हाइवे संख्या 26 पर स्थित यह ध्यान केन्द्र जेतवन पुरातत्व क्षेत्र के निकट बुद्ध इंटर कालेज के सामने स्थित है.


 


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