उत्तर प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को भारी हंगामा देखने को मिला. नजूल संपत्ति विधेयक समेत कई मुद्दों को लेकर विधानसभा में विपक्ष ने हंगामा किया. सपा विधायक अनिल प्रधान और कृषि मंत्री से भड़क गए और काफी गुस्से में कुछ कहते दिखे. स्पीकर सतीश महाना ने पहले तो उन्हें समझाने की कोशिश की, फिर नहीं मानने पर अनिल प्रधान को सत्र की कार्यवाही से बाहर करने की चेतावनी दी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हरे रंग के कपड़ों में दिखने वाले अनिल प्रधान लगातार हाथ उठाकर ऊंची आवाज में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही से भिड़े जा रहे थे. हालांकि उनके पास मौजूद एमएलए लगातार उन्हें समझाने बुझाने की कोशिश करते दिखे, लेकिन उनके तेवर ढीले नहीं पड़े. इसके बाद स्पीकर ने कड़ा रुख दिखाया. 


उधर, समाजवादी पार्टी के चंदौली जिला के सदस्य प्रभु नारायण सिंह यादव ने 21 साल से कम उम्र के बच्चो द्वारा शराब की दुकान पर काम करवाने और उन्हें शराब बेचने को लेकर सवाल उठाया. साथ मे बिहार से सटे होने की वजह से तस्करी 21 साल से कम उम्र के बच्चों से तस्करी करवाने की बात भी कही. इस पर विधायक गोसाईगंज अभय सिंह ने सरकार की शराब नीति की सराहना की. अभय प्रताप सिंह सपा के बागी विधायक हैं.  


इस पर आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने जवाब दिया कि 2012 से 17 के बीच शराब माफिया लगातार प्रदेश में सक्रिय थे, आज ऐसा नहीं है. 21 साल से कम उम्र के बच्चों के शराब नहीं परोसी जाती और न ही नौकरी दी जाती है. 1100 से ज्यादा लोगों को शराब की लत से मुक्ति दिलाई गई है. सपा के कई नेता ही शराब तस्करी में लिप्त पाए गए हैं. सपा नेता शराब तस्करी में पकड़े गए है.