Lucknow: उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक के मामले में UP STF अभी भी ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां कर रही है. यूपीएसटीएफ ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया था उन्होंने बताई अपनी पूरी प्लानिंग. सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में डीजीपी प्रशांत कुमार ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. पेपर लिक मामले में पूरे प्रदेश में 178 FRI दर्ज हुए हैं और STF के द्वारा अभी तक 396 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. टीसीआई एजेंसी के पास पेपर के ट्रांसपोर्ट की जिम्मेदारी थी. इस केस का आरोपी अभिषेक शुक्ला टीसीआई एक्सप्रेस का पूर्व कर्मचारी है, तो वहीं शिवम गिरी, रोहित पांडे टीसीआई के वर्तमान कर्मचारी है. इतना ही नहीं इस केस में शामिल आरोपी डॉक्टर शुभम मंडल से पूछताछ हो रही है. फिलहाल 2 आरोपी रवि अत्रि और राजीव नयन मिश्रा फरार है.


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खबर विस्तार से-
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि यूपी पुलिस भर्ती पेपल लीक मामले में एसटीएफ की विभिन्न टीमों ने वाराणसी, झॉसी, आगरा, कानपुर, बरेली, गाजियाबाद, प्रयागराज, मेरठ, गोरखपुर, हाथरस, नोएडा, बलिया से कुल 12 मामले दर्ज करते हुए अब- तक कुल 54 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. DGP ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी अभिषेक शुक्ला ने पूछताछ में बताया कि वह बीएससी पास है.  वर्ष-2021 में टीसीआई एक्सप्रेस कम्पनी अहमदाबाद में ट्रेनिंग एक्जीक्यूटिव के पद पर ज्वाईन किया था. ट्रेनिंग के दौरान ही उसकी मुलाकात अंकित मिश्रा नामक व्यक्ति से हुई थी, जिसका कन्सलटेन्सी का काम था और उसका ऑफिस भोला हॉस्पिटल प्रयागराज के सामने था. अंकित मिश्रा ने अभिषेक शुक्ला की जान पहचान रवि अत्री गौमतबुद्धनगर के रहने वाले से करवाई. इसके बाद अभिषेक ने 06 महीने बाद टीसीआई एक्सप्रेस कम्पनी छोड़ दिया था.  


टीसीआई एक्सप्रेस कम्पनी अहमदाबाद में नौकरी के दौरान ही अभिषेक शुक्ला की मुलाकात वहां काम करने वाले शिवम गिरि जनपद मिर्जापुर निवासी से हुई. अभियुक्त शिवम गिरी ने पूछताछ में बताया कि उसने 2020 में टीसीआई एक्सप्रेस (ट्रान्सपोर्ट कार्पोरेशन आफ इण्डिया प्रा0लि0) कम्पनी दिल्ली में करीब 10-11 माह काम किया. दिसम्बर 2020 को उसका ट्रान्सफर खेडा वेयर हाउस अहमदाबाद हो गया.  वहीं उसकी मुलाकात अभिषेक शुक्ला व रोहित पाण्डेय से हुई.  


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आरोपी रोहित कुमार पाण्डेय ने पुछताछ के दौरान बताया कि उसने बीएससी कानपुर यूनिवर्सिटी से किया है. नवंबर 2021 में टीसीआई एक्सप्रेस कम्पनी अहमदाबाद में नौकरी ज्वाईन किया था. काम करने के दौरान करीब दो महीने बाद उसकी मुलाकत उसी कम्पनी में काम करने वाले शिवम गिरि से हुई. अभिषेक शुक्ला से रोहित पाण्डेय की मुलाकात शिवम गिरि के माध्यम से हुई थी. तीनों आरोपियों की दोस्ती टीसीआई एक्सप्रेस कंपनी में हुई और वहीं से इन्होंने पेपर लीक घटना को अन्य लोगों के साथ मिलकर अंजाम दिया. 


डीजीपी ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि रवि ने अभिषेक को टीसीआई में पेपर आने की बात की. रवि ने अभिषेक को पेपर आउट कराने के लिए 5 लाख रुपये देने की बात कही थी, और अगर सभी काम  सफलता पूर्ण होने पर 15 से 20 लाख रुपये देने की बात कही थी. शिवम को भी अभिषेक की मदद करने के लिए 5 लाख रुपये दिए जाने की बात कही थी.