भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को लेकर दिग्गज सुनील गावस्कर ने बड़ा बयान दिया है. महान बल्लेबाज का मानना है कि अगर रोहित मेलबर्न और सिडनी में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के आखिरी दो मैचों में रन नहीं बना पाते हैं तो वह कप्तानी छोड़ने का फैसला कर सकते हैं.
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Gavaskar Comment on Rohit Captaincy: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा इस समय बेहद ही खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. पिछले कई टेस्ट मैचों से उनके बल्ले से बड़ी पारी नहीं आई है. मौजूदा बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भी उनका बल्ला खामोश है. पहला टेस्ट मिस करने के बाद एडिलेड और फिर ब्रिस्बेन में फ्लॉप भारतीय कप्तान फ्लॉप रहे. महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर का मानना है कि अगर मेलबर्न और सिडनी में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के आखिरी दो मैचों में रोहित रन नहीं बना पाते हैं तो वह कप्तानी छोड़ने का फैसला कर सकते हैं.
क्या बोले गावस्कर?
एबीसी स्पोर्ट पर बात करते हुए गावस्कर ने कहा कि रोहित यह फैसला बीसीसीआई चयनकर्ताओं पर नहीं छोड़ेंगे. उनकी कप्तानी को लेकर गावस्कर ने कहा, 'मुझे लगता है कि रोहित को अगले कुछ मैचों में खेलने का मौका मिलेगा, यह तय है. लेकिन शायद अंत में, अगर उन्होंने रन नहीं बनाए, तो मुझे लगता है कि वह खुद फैसला लेंगे.' रोहित ने दूसरे टेस्ट से टीम में शामिल होने के बाद से इस सीरीज में अब तक मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी की है. वहीं, केएल राहुल के शानदार फॉर्म वजह से उन्हें ओपनिंग के लिए उतारा है.
'खुद कप्तानी छोड़ देंगे'
ऑस्ट्रेलिया आने से पहले न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के बाद से ही रोहित रनों के लिए संघर्ष कर रहे हैं. बांग्लादेश के खिलाफ रोहित ने 4 पारियों में सिर्फ 42 रन बनाए और न्यूजीलैंड के खिलाफ 6 पारियों में 91 रन बनाए. मौजूदा ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज में अब तक उनकी पारियां 3, 6 और 10 रन की रही हैं. गावस्कर ने कहा, 'वह बहुत ही ईमानदार क्रिकेटर है. वह टीम पर बोझ नहीं बनना चाहेगा. वह एक ऐसा क्रिकेटर है जो भारतीय क्रिकेट की बहुत परवाह करता है. इसलिए अगर वह अगले कुछ मैचों में रन नहीं बनाता है, तो मुझे लगता है कि वह खुद ही कप्तानी छोड़ देगा.'
रोहित को करनी चाहिए ओपनिंग
भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने रोहित की बैटिंग को लेकर कहा, 'वह पारी की शुरुआत करते रहे हैं. अब वह (ऑस्ट्रेलिया में) नंबर 6 पर बल्लेबाजी कर रहे हैं. यह टीम के लिए है, लेकिन मुझे अभी भी लगता है कि जब आप पारी की शुरुआत करने के इतने आदी हो जाते हैं और आपको इंतजार करना पड़ता है, तो आप खुद को उस संदेह में डालते हैं. मेरा मतलब है, जब आप पारी की शुरुआत करते हैं और आप अचानक नंबर 6 पर बल्लेबाजी करना शुरू करते हैं, तो यह आपकी मदद नहीं करता है.'