लखनऊ। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के मंत्री और राज्य के डिप्टी सीएम ने एक ओर तो लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई तेज कर दी है, वहीं दूसरी ओर अस्पतालों को उन्नत बनाने और बहतर सुविधाओं के लिए कवायद भी युद्धस्तर पर हो रही है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ जिले के बड़े अस्पतालों में स्वास्थ्य ढांचे को लगातार अपग्रेड किया जा रहा है. नए अस्पतालों में नवीन पदों पर भर्ती की जा रही है. साथ ही नए उपकरणों को भी स्थापित किया जा रहा है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा है कि जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. 


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विजय नगर (डूडूहेडा)  गाजियाबाद के 50 बेड वाले संयुक्त चिकित्सालय,  बांसगांव गोरखपुर का 50 बेड वाला संयुक्त चिकित्सालय, बांसी सिद्धार्थनगर के 50 बेड वाले संयुक्त चिकित्सालय को चालू करने के नए पदों पर भर्ती की जा रही है. इनमें से प्रत्येक अस्पताल में 38 पदों के हिसाब से कुल 174 पदों और लखनऊ के 50 बेड वाले एमसीएच विंग गोसाईंगंज और काकोरी अस्पताल के लिए 42-42 पदों पर भर्ती की स्वीकृति दी गई है. 


वहीं, लखनऊ स्थित कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान में विभागों में आधुनिक उपकरण एवं संयत्र के लिए 150 करोड़ जारी किए गए हैं. स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय देवरिया में आधुनिक उपकरण एवं संयत्रों के लिए दो करोड़ रुपये और स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय प्रतापगढ़ में आधुनिक उपकरण के लिए दो करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं. 


उधर, ड्यूटी में लापरवाही बरतने के मामलों पर स्वास्थ्य विभाग में लगातार कार्रवाई जारी है. गुरुवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कई चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश जारी किए. लापरवाही एवं प्राइवेट प्रैक्टिस करने के मामले में वरिष्ठ परामर्शदाता, जिला संयुक्त चिकित्सालय, सोनभद्र में तैनात डॉ. माधुरी सिंह की वेतनवृद्धि रोकते का आदेश दिया गया है. गोरखपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पिपरौली में तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. नीतू कुमारी, सीएचसी कौड़िया में तैनात डॉक्टर डॉ. मनीष कुमार चौरसिया के खिलाफ मरीजों से अभद्र व्यवहार करने, की शिकायतें मिली हैं.


उनके खिलाफ उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने और ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में विभागीय अनुशासनिक जांच के आदेश जारी किए गए हैं. उधर, डॉ. राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय फर्रुखाबाद में तैनात आपातकालीन चिकित्साधिकारी डॉ. अभिषेक चतुर्वेदी पर गलत तरीके से मेडिकोलीगल किए जाने का मामला संज्ञान में आया है.  डॉ. चतुर्वेदी को तत्काल आरोपपत्र दिए जाने के निर्देश प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को दिए गए हैं.