UP Air Pollution: दिल्ली-NCR में प्रदूषण से हाल बेहाल, जहरीली हवा में सांस लेना मुश्किल, गाजियाबाद-नोएडा में AQI 380 के पार
Delhi-Ncr AQI level: दिल्ली-नोएडा-गाजियाबाद-लखनऊ में स्मॉग की चादर छा गई है...इस जहरीली हवा से सांस लेना मुश्किल हो रहा है. यूपी में वायु प्रदूषण बढ़ गया है...ठंढ बढ़ने के साथ ही हवा जहरीली हो गई है. कई शहरों में AQI बेहद खराब हो गई है.
UP Air Pollution: दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में लगातार प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदुषण ने एनसीआर में भी सबकी चिंता बढ़ा दी है. 1 नवंबर को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 336 दर्ज किया गया. वैज्ञानिकों से मिला जानकारी के मुताबिक दिल्ली में आने वाले 15 दिन बहुत ही क्रिटिकल होने वाले हैं. इन दिनों दिल्ली में जहरीली हवा से लोगों का दम घुट रहा है. प्रदूषण और स्मोग के कारण सांस लेने में तकलीफ़ होने लगी है. बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्ली -एनसीआर की हवा धीरे धीरे जहरीली होती जा रही है. हर साल लगभग इसी समय प्रदूषण को लेकर स्थिति नाजुक हो जाती है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है.
दिल्ली,नोएडा, गाजियाबाद की हवा हुई जहरीली
एयर क्वालिटी इंडेक्स कई शहरो में खराब हो गया है. ठंड बढ़ने के साथ वायु प्रदूषण बढ़ रहा है. दिल्ली,नोएडा, गाजियाबाद में धुंध छा गई है. कानपुर का AQI 300 के पार हो गया है. राजधानी लखनऊ में हवा जहरीली हो गई है. नोएडा का AQI लेवल 397 के पार हो गया है. दिल्ली में AQI 343 पार कर गया है. कानपुर की हवा भी जहरीली हो गई है. मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र के मुताबिक खराब हवा वाले जिलों पर पैनी नजर रहेगी. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार नोए़डा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 397 बहुत खराब श्रेणी में है.
बढ़ते प्रदूषण के लिए यूपी में निर्देश जारी
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए यूपी में अभी से निर्देश जारी किए गए हैं. मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने शीत ऋतु में खराब वायु गुणवत्ता वाले जिलों में पराली सहित फसलों के अवशेष जलाने पर सख्ती से रोक लगाने के निर्देश दिए हैं. मुख्य सचिव ने वायु प्रदूषण रोकने के लिए एयर स्मोग गन, वाटर स्प्रिंकलर का उपयोग करने के साथ इनफोर्समेंट की कार्यवाही भी करने के निर्देश दिए हैं.
धुंध की वजह से विजिबिलिटी कम
राजधानी लखनऊ में सुबह से ही धुंध की वजह से विजिबिलिटी कम हुई है. राजधानी में वायु प्रदूषण करने पर दो निर्माण कंपनियों पर कुल 1.83 करोड रुपए का जुर्माना लगाया गया है. सुप्रीम कोर्ट के कड़े रुख के बाद उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने यह कार्रवाई की है. दोनों कंपनियों को 15 दिन के भीतर जुर्माना भरने के निर्देश दिए गए हैं. मेसर्स जीएस एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड पॉलिटेक्निक चौराहे से मुंशी पुलिया चौराहे होते हुए 500 मीटर की दूरी पर टेढ़ी पुलिया रोड तक फ्लाईओवर का निर्माण कर रहा है.
इसलिए की गई कार्रवाई
कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी की एनएच विंग है. बोर्ड के अनुसार कंपनी ने साइट पर धूल उड़ाने से रोकने के लिए समुचित व्यवस्था नहीं की गई जो कानून का उल्लंघन है इसलिए कंपनी पर 82.97 लख रुपये की क्षति पूर्ति लगाई गई है. मेसर्स विजय कंस्ट्रक्शन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड इंदिरानगर से जगरानी अस्पताल के आगे तक फ्लाईओवर का निर्माण कर रहा है. इसकी कार्यवाही संस्था भी पीडब्ल्यूडी की एन एक विंग है इस पर भी एक करोड़ 31 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है.
नवंबर का महीना शुरू होते ही एक बार फिर से चरम पर पहुंचा प्रदूषण
दिल्ली एनसीआर में नवंबर का महीना शुरू होते ही प्रदूषण एक बार फिर से चरम पर पहुंच चुका है. जहां बीते कल वायु गुणवत्ता का स्तर 336 के आसपास दर्ज किया गया था वही आज का एक यूआई 343 के आसपास दर्ज किया गया है. दोनों ही बेहद खराब श्रेणी का स्तर है लेकिन अंकों के मामले में आज प्रदूषण में इजाफा देखने को मिल रहा है. दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमिटी (डीपीसीसी) की रिपोर्ट के अनुसार, एक से पंद्रह नवंबर तक का समय राजधानी के लिए सबसे अधिक प्रदूषित रहता है.यह रिपोर्ट 2018 से 2022 तक के डेटा के आधार पर तैयार की गई है. लगातार बढ़ता प्रदूषण लोगों के लिए स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों को बढ़ा रहा है. बहुत से लोगों को सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बढ़ते प्रदूषण का विजिबिलिटी के ऊपर भी प्रभाव पड़ रहा है. रास्ते में गाड़ियां हेडलाइट ऑन करके आते जाते नजर आ रहे हैं. आने वाले दिनों में दिल्ली का तापमान भी घटेगा. तीन दिनों के अंदर ही दिल्ली के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी.
दिल्ली में ग्रैप- 2(GRAP-2) लागू
लगातार बढ़ते वायु प्रदुषण के चलते दिल्ली में ग्रैप- 2(GRAP-2) लागू कर दिया गया है. इसमें लोगों पर कई प्रकार के प्रतिबंध लगाए गए हैं. ग्रैप-2 लागू होने के बाद अब दिल्ली में रहने वाले और दिल्ली से अपने वाहनों से गुजरने वाले लोगों को इन सभी नियमों का पालन करना होगा. दिल्ली में बाहरी राज्यों से आने वाली बसों पर प्रतिबंध लगा दिया है. दिल्ली में कई जगहों पर पार्किंग का शुल्क भी बढ़ाया गया है. दिल्ली ट्रांसपोर्ट विभाग ने एक सर्कुलर जारी किया है. इसमें 1 नवंबर से दिल्ली में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान औऱ पंजाब से आने वाली सभी डीजल बसों पर रोक लगा दी है. दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक के 301 से 400 के बीच है. जब वायु की गुणवत्ता इतनी खराब हो जाती है तो ग्रैप- 2 लागू किया जाता है.
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