Heatwave Alert in Uttar Pradesh, लखनऊ:  उत्तर प्रदेश में फिलहाल गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं. हीट स्ट्रोक के चलते लगातार यूपी की अलग-अलग जगहों में लोगों की मौत की खबरें भी सामने आ रही हैं. कानपुर और मथुरा शुक्रवार को सबसे गर्म रहे, जहां तापमान 48.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. बुंदेलखंड, मध्य यूपी के साथ ही पूर्वांचल की विभिन्न जगहों पर लू और भीषण गर्मी के कारण हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. मौसम विभाग ने आज यानी एक जून के लिए गर्मी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है. शनिवार के दिन पूर्वी यूपी के अलग-अलग स्थानों पर लू चलने के आसार जताए गए है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कानपुर व मथुरा सबसे गर्म
शुक्रवार को दिन के समय सबसे अधिक तापमान 48.2 डिग्री सेल्सियस कहा जोकि कानपुर व मथुरा-वृंदावन में दर्ज किया गया. 
कानपुर का तापमान 48.2 डिग्री सेल्सियस 
मथुरा का तापमान 48.2 डिग्री सेल्सियस 
वृंदावन का तापमान 48.2 डिग्री सेल्सियस 
फतेहपुर का तापमान 47.1 डिग्री सेल्सियस.
गौतमुबुद्धनगर का तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस.
प्रयागराज का तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस.
बागपत का तापमान 46 डिग्री सेल्सियस.
हमीरपुर का तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस.
कन्नौज का तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस.


दो और तीन जून को आंधी बारिश
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक है अतुल कुमार सिंह जिन्होंने जानकारी दी है कि शनिवार को वोटिंग वाले जिले- सोनभद्र, वाराणसी, चंदौली, बलिया से लेकर गाजीपुर और बाकी के जिलों में दिन के समय  तापमान 44 से 45 डिग्री सेल्सियस के करीब रहने वाला है. इस बीच लू के प्रकोप से भी घर से निकले मतदाताओं को दो चार होना पड़ेगा. मौसम विभाग द्वारा दो और तीन जून के लिए यलो अलर्ट जारी कर दिया गया और इस बीच यूपी में गरज चमक के साथ बारिश होने या फिर बौछारें पड़ने के आसार भी जताए गए हैं. आसार हैं कि 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की तीव्रता से धूल भरी आंधी आ सकती है. 


सुल्तानपुर में बना नया रिकार्ड
सुल्तानपुर में शुक्रवार के दिन चढ़ते पारे ने नया रिकार्ड कायम किया. मौसम विभाग के अनुसार सुल्तानपुर में 46.2 डिग्री सेल्सियस तापमान शुक्रवार के दिन दर्ज हुआ. ध्यान देने वाली बात है कि मई के महीने में इसस पहले कभी भी ऐसा नहीं हुआ था. लखनऊ में तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जोकि इस सीजन का सबसे अधिक तापमान था और अब तक के मौसमी इतिहास में ऐसा केवल चौथी बार हुआ है. 


और पढ़ें- Solar Eclipse 2024: कब पड़ेगा साल का दूसरा सूर्यग्रहण, भारत में फिर दिखेगी दुर्लभ खगोलीय घटना