Who is IPS Himanshu Kumar:  यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार के खिलाफ विभागीय जांच खत्म हो चुकी है. ट्रांसफर पोस्टिंग के आरोप में क्लिन चिट मिलने के बाद हिमांशु कुमार के लिए अच्छी खबर आई है. प्रमोशन के बाद वह डीआईजी बने हैं. हिमांशु कुमार की इस जांच की वजह से प्रोन्नति भी रुकी हुई थी. मौजूदा समय में हिमांशु  प्रतिनियुक्ति पर मणिपुर में तैनात हैं. आइए जानते हैं हिमांशु कुमार कौन हैं, उन पर क्या आरोप लगे थे और वह कितना पढ़े-लिखे हैं. 


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कौन हैं IPS हिमांशु कुमार?
हिमांशु कुमार 2010 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. 2009 में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पास की थी. जिसमें वह आईपीएस के लिए सेलेक्ट हुए. हिमांशु कुमार बिहार के मोतिहारी जिले के रहने वाले हैं. उनकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई यहीं हुई. हिमांशु कुमार ने जर्नलिज्म में बैचलर्स किया है. इसके बाद लोक प्रशासन में मास्टर्स की डिग्री ली. रिपोर्ट्स के मुताबिक 2017 में यूपी में योगी सरकार बनने के बाद पहले अफसर थे, जिनको सस्पेंड किया गया था. निलंबन से पहले उनकी तैनाती फिरोजाबाद में एसपी के पद पर थी.


पैसे लेकर ट्रांसफर-पोस्टिंग के लगे आरोप
साल 2020 में आईपीएस हिमांशु कुमार की तैनाती गौतमबुद्धनगर जिले में थी. इस समय नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण ने उन पर ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर पैसे लेने के आरोप लगाए थे. उस समय हिमांशु के अलावा चार अन्य आईपीएस पर ऐसे ही आरोप लगाए गए थे. यूपी सरकार ने इन अफसरों के खिलाफ जांच के लिए एसआईटी गठित की थी. जिसने हिमांशु और एक अन्य पर लगे आरोपों को सही बताया था. इसके बाद इन दोनों के खिलाफ विजिलेंस के मेरठ सेक्टर में एफआईआर दर्ज हुई थी.


जांच में मिली क्लीन चिट
2020 के बाद से उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही थी लेकिन इसमें उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले. आरोपों झूठे मिलने के बाद उनके खिलाफ विभागीय जांच खत्म कर दी गई और उन्हें क्लीन चिट मिल गई. उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच का विजिलेंस ने दो बार परीक्षण कराया था. दोनों में उनके ऊपर लगे आरोप सही नहीं पाए गए थे. अब क्लीन चिट मिलने के बाद उनके प्रमोशन का रास्ता भी साफ हो गया है.