लखनऊ: योगी सरकार इस बार की दिवाली पर बेसिक शिक्षा शिक्षक लेकर  शिक्षामित्र और शिक्षणेत्तर कर्मियों को जबरदस्त तोहफा दे सकती है. सेंट्रल पैरिटी नीति के अंतर्गत प्रदेश में कार्यरत शिक्षामित्र, रसोइये, आंगनबाड़ी वर्कर और संविदा व आउटसोर्सिंग पर काम करने वाले शिक्षा कर्मियों के मानदेय यानी वेतन में वृद्धि करने पर प्रदेश की योगी सरकार विचार कर रही है. 


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एक सप्ताह में सभी कर्मियों का संपूर्ण ब्योरा 
बेसिक शिक्षा विभाग के दफ्तरों के साथ ही स्कूलों से मानदेय, संविदा, आउटसोर्सिंग एवं पर डे पेमेंट पर काम करने वाले शिक्षक से लेकर  शिक्षणेत्तर कर्मियों का पूरा ब्योरा इसके अतर्गत तलब किया गया है. सोमवार को स्कूल शिक्षा महानिदेशालय ने सभी डायट और निदेशक के साथ ही एससीआरटी, निदेशक साक्षरता और वैकल्पिक शिक्षा समेत निदेशक एमडीएम और बाकी के सभी डीआईओएस और बीएसए से एक सप्ताह में सभी कर्मियों का संपूर्ण ब्योरा तलब हुआ है. 


सरकारी उपक्रमों में कार्यरत कर्मियों को भी तौहफा 
ध्यान देने वाली बात है कि पिछले माह ही अलग-अलग श्रेणी के श्रमिकों के दैनिक वेतन में वृद्धि करने का केन्द्र सरकार द्वारा ऐलान किया गया. दरअसल कोर्ट के आदेश पर प्रदेश के शिक्षक एवं कर्मचारी संगठनों के साथ राज्य सरकार का भी लिखित समझौता है कि केंद्र की तरह ही प्रदेश सरकार के सरकारी शिक्षक और कर्मचारी, सरकारी उपक्रमों में कार्यरत कर्मियों को भी वेतन भत्ता आदि दिए जाएंगे. 


आंगनवाड़ी कर्मी और रसोइये भी लिस्ट में शामिल 
ऐसे में सेन्ट्रल पैरिटी की नीति के तहत प्रदेश में नियमित के साथ मानदेय व संविदाकर्मी शिक्षक और अन्य कर्मी, आउटसोर्सिंग, दैनिक वेतन पर कार्यरत शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मियों जैसे कि आंगनवाड़ी कर्मी और रसोइये भी शामिल हैं जिनके मानदेय या पारिश्रमिक या दैनिक वेतन में इजाफा करने पर प्रशासन विचार करना शुरू कर चुका है. 


इन कर्मियों के नाम सर्कुलर 
स्कूल शिक्षा महानिदेशालय ने शासन के आदेश पर प्रदेशभर से मानदेय, संविदा, आउटसोर्सिंग या दैनिक वेतन पर काम करने वाले इसके अलावा हर एक स्तर के कर्मियों का सारा ब्यौरा मांगा है. स्कूल शिक्षा महानिदेशालय ने इसके लिए इन कर्मियों के नाम सर्कुलर जारी किया है.
निदेशक मध्यान्ह भोजन
बेसिक शिक्षा निदेशक
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक
निदेशक साक्षरता एवं वैकल्पिक शिक्षा
निदेशक राज्य शैक्षिक तकनीकी संस्थान
सभी जिला विद्यालय निरीक्षक 
बेसिक शिक्षा अधिकारी. 
एक सप्ताह में इन शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों की संख्या और वे किस माध्यम से कार्य कर रहे हैं इसकी पूरी जानकारी भेजने का निर्देश दिया है. 


निर्धारित प्रारूप देनी होगी सूचना
जो सूचना स्कूल शिक्षा महानिदेशालय द्वारा मांगी गई है. उसे महानिदेशालय की ओर से जारी प्रारूप में जानकारी भरकर भेजने के लिए कहा गया है. जैसे कि कितने संविदा, शिक्षक या शिक्षणेत्तर कर्मी मानदेय, आउट सोर्सिंग या दैनिक वेतन पर काम कर रहे हैं और कब से रखे गये हैं.


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