Lucknow name change: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow)  का नाम बदलने की मांग तेज हो गई है.  शासन ने इस संबंध में राजस्व विभाग से रिपोर्ट मांगी है. गोमती नगर जनकल्याण महासमिति के महासचिव डॉ. राघवेंद्र शुक्ला ने रक्षा मंत्री को लखनऊ का नाम लक्ष्मणपुर (Laxmanpur) करने का प्रस्ताव भेजा था. अयोध्या में श्री राम मंदिर में प्रभु की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रस्ताव भेजा गया था. शासन ने 22 फरवरी तक राजस्व विभाग को रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

शासन ने मांगी र‍िपोर्ट  
शासन की तरफ से उप सचिव राकेश कुमार यादव ने आयुक्त एवं सचिव राजस्व को भेजे पत्र में सांसद व रक्षा मंत्री के प्रभारी कार्यालय प्रतिनिधि डा. राघवेंद्र शुक्ला के पत्र का हवाला दिया है. जिसमें लखनऊ का नाम बदलकर लक्ष्मणपुर करने की मांग की गई थी.प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री को लिखे पत्र के बाद कई विभागों से होता हुआ यह लेटर अब राजस्व विभाग पहुंचा है.  यह पत्र अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा के बाद 24 जनवरी को लिखा गया था और 22 फरवरी को शासन ने इस पर रिपोर्ट मांगी है.


रक्षा मंत्री को भेजा था प्रस्ताव
गोमतीनगर जनकल्याण महासमिति के महासचिव डा. राघवेंद्र शुक्ला ने 14 जनवरी को महासमिति से एक प्रस्ताव पास कर रक्षा मंत्री को भेजा था. इसमें कहा गया था कि अयोध्या में श्री राम मंदिर का भव्य उद्घाटन सनातन धर्म के धर्मगुरुओं एवं समाज के वरिष्ठ विभूतियों की उपस्थिति में पीएम मोदी के कर कमलों से होने जा रहा है.  इस पावन बेला पर यह उचित होगा कि अयोध्या के पास स्थित लखनऊ का नाम श्रीराम के अनुज लक्ष्मण जी के नाम पर लक्ष्मणपुर किया जाए.


भगवान राम ने लक्ष्मण को दिया था उपहार
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ अपनी संस्कृति, इतिहास और अतुल्य विरासत के लिए जाना जाता है. यह नवाबों की नगरी के रूप में जाना जाता है. यहां से अयोध्या मात्र 80 मील दूर स्थित है.लखनऊ शहर के पुराने हिस्से में एक ऊंचा टीला है. इसे लक्ष्मणटीला कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि त्रेता युग में इस शहर को श्री राम के अनुज लक्ष्मण ने इसको बसाया था, जिसे भगवान राम ने उन्हें उपहार में दिया था. इसलिए पहले इसका नाम लक्ष्मणपुर या लखनपुर था. ऐसा कहा जाता है कि भगवान राम ने लक्ष्मण जी को गोमती नदी के किनारे का ये क्षेत्र तोहफे में दिया था, जिसके बाद में लक्ष्मण जी ने गोमती के तट पर ये शहर बसाया.


11वीं सदी में इस शहर को लक्ष्मणपुर या लखनपुर के नाम से जाना जाता था. लक्ष्मण को उत्तर भारत में लखन भी कहा जाता है. 12वीं सदी के अंत में कन्नौज पर अफगानों की विजय के बाद इसे गजनी के सुल्तान को सौंपा. तब यह दिल्ली सल्तनत का हिस्सा बन गया. यह मुगलों के अधीन आ गया और नवाबों का शहर लखनऊ कहा जाने लगा.   यहां वैदिक कालीन अवशेष मिलने पर पूर्व राज्यपाल और पूर्व मंत्री लाल जी टंडन ने अपनी किताब में लक्ष्मण टीला होने की बात कही थी.


UP Weather Update: यूपी में पटरी पर लौटा मौसम, IMD ने बताया किस तारीख से बढ़ने लगेगी गर्मी


नोएडा समेत यूपी के इन 5 जिलों में सर्वोदय विद्यालय खोलेगी योगी सरकार, मिलेंगी तमाम फ्री सुविधाएं