सतीश बर्नवाल/अमेठी: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में बुधवार को मुंह पर नकाब बांधे दो दर्जन बदमाशों ने दिनदहाड़े दर्जनों दुकानों में तोड़-फोड़ की. बदमाशों ने अपनी पहचान छिपाने के लिए मुंह पर नकाब बांध रखा था. बदमाश घटना को अंजाम देने के बाद बाइक से फरार हो गए. घटना की सूचना मिलने पर एसपी ने घटनास्थल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया.


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मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र के करपिया गांव में यह घटना हुई. बदमाशों के तांडव से बचने के लिए लोग इधर-उधर भाग रहे थे. घटना के चश्मदीद अखलाक अहमद ने बताया कि 25-30 बदमाश हाथों में डंडा और हथियार लिए आए. उन्होंने मुंह पर कपड़ा बांध रखा था. बकौल अखलाक, बदमाशों ने बिना कुछ बताए स्थानीय दुकानदारों को मारना-पीटना शुरू कर दिया.


नकाबपोशों ने रोड के किनारे लगे सब्जी और अन्य दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया. बदमाशों ने मौके पर मौजूद आधा दर्जन से अधिक बाइकों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. करपिया में ही मिठाई की दुकान चलाने वाले अनिल कुमार ने बताया कि बदमाशों ने आते ही तोड़-फोड़ शुरू कर दी. उन्होंने चार-पांच लोगों को मारा भी, जिन्हें चोटें आई हैं.


घटना की सूचना मिलने पर एसपी ख्याति गर्ग फोर्स के साथ मौके पर पहुंचीं. उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद मीडिया से बातचीत में बताया कि सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की नीयत से यह हमला किया गया लगता है. उन्होनें कहा कि यह घटना नागरिक संशोधन कानून के समर्थन और विरोध से भी जुड़ती नहीं दिखाई दे रही. 


एसपी ने कहा कि रंगदारी वसूलने और वर्चस्व कायम करने के लिए भी बदमाशों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया जा सकता है. एसपी ख्याति गर्ग ने कहा कि इस घटना के संबंध में दो-तीन नाम सामने आए हैं, गांव वालों से पूछताछ की जा रही है. जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी. अमेठी पुलिस इन बदमाशों के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश में लगी है.