Janmashtami 2024: मथुरा में उमड़ा भक्तों का सैलाब, महाभिषेक के साथ रात में तीन घंटे चलेगा जन्माष्टमी का उत्सव
Janmashtami 2024: आज जन्माष्टमी है. मथुरा-वृंदावन में कान्हा के जन्मोत्सव का रंग चढ़ने लगा है. मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. महिलाएं भजन कीर्तन कर रही हैं. मथुरा और वृंदावन में खास तैयारी की गई है और यहां भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा है. आइए जानते हैं यहां आज पूरे दिन क्या होगा?
Janmashtami 2024: आज हर ओर जन्माष्टमी की धूम देखने को मिल रही है. कान्हा के जन्मदिन पर उनके मंदिरों में सुबह से भक्तों का तांता लगा हुआ है. खास तौर पर मथुरा और वृंदावन में भव्य समारोह की तैयारी है. मंदिर दुल्हन की तरह सजे हुए हैं. गली-मोहल्ले रोशनी से जगमगा रहे हैं. आज कान्हा की नगरी का नजारा देखते ही बन रहा है. पूरा शहर नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की...से गूंज रहा है. ये कान्हा का 5251वां जन्मोत्सव है. रात 12 बजे कान्हा जन्म लेंगे. इस मौके को खास बनाने के लिए खास इंतजाम भी किए गए हैं.
मथुरा में जन्माष्टमी की धूम
श्रीकृष्ण की भक्ति में भक्त भाव विह्लल हो रहे हैं और भारी संख्या में कान्हा के मंदिर में पहुंचे हैं. मथुरा में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के पर्दे खोले गए और आरती की गई. वहीं महिला भक्तों ने इस मौके पर नृत्य करके अपनी खुशी व्यक्त की. श्रीकृष्ण जन्मस्थान क्षेत्र रंगीन रोशनी से जगमगा रहा है और यह रास लीला देखने या मंदिरों में पूजा करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. आज स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मंदिर 20 घंटे खुला रहेगा. आमतौर पर मंदिर 12 घंटे ही खुला रहता है.
जन्माष्टमी का भव्य समारोह
जन्माष्टमी के मौके पर श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर में उत्सव पूरे जोरों-शोरों से मनाया जा रहा है. यहां भव्य समारोह की तैयारियां की गई है. जानकारी के मुताबिक, आज वैदिक मंत्रोच्चार, शंख और ढोल की नाद के बीच, राधा-कृष्ण और अन्य देवताओं की पोशाक पहने पुजारियों की एक शोभायात्रा निकाली जाएगी. मंदिर में उत्सव सुबह 5.30 बजे 'मंगल आरती' और सुबह 8.00 बजे 'पंचामृत अभिषेक' के बाद देवता की 'पुष्पांजलि' के साथ शुरू हुआ. संत नृत्य गोपाल दास की अगुवाई में मध्य रात्रि का 'महा अभिषेक' समारोह रात 11 बजे शुरू होगा और रात 12.40 बजे तक चलेगा, जिसका समापन भोर दो बजे 'शयन आरती' के साथ होगा. कहते हैं कि ठाकुर जी का बाला महाभिषेक भी साल में एक बार ही होता है. इसके बाद कान्हा जी को पीतांबरी पोशाख और चिरौंजी मेवे से बनी पंजीरी का भोग लगाया जाएगा.
बांके बिहारी मंदिर का शेड्यूल
अगर बांके बिहारी मंदिर की बात की जाए तो यहां भक्त आज उनके दर्शन कर पाएंगे. आज सुबह 7:45 बजे से दोपहर 12 बजे तक मंदिर के कपाट खुले रहेंगे. सुबह 9 बजे बांके बिहारी जी की श्रृंगार आरती हुई. 11 बजकर 55 मिनट पर बांके बिहारी जी को राज भोग लगाया जाएगा और फिर आरती के बाद 12 बजे पर्दा लगा दिया जाएगा. शाम के समय 5 बजकर 30 मिनट से 9 बजकर 30 मिनट तक भक्त ठाकुर जी के दर्शन कर पाएंगे. शाम 6 बजकर 30 मिनट से बांके बिहारी जी के ग्वाल आरती की जाएगी. शाम 7 बजकर 30 मिनट पर संध्या आरती की जाएगी. मध्य रात्रि में बांके बिहारी जी का महाभिषेक किया जाएगा. इस दौरान दर्शन की मनाही रहेगी. देर रात 10 बजकर 45 मिनट पर मंगला आरती के साथ मंदिर के कपाट खुलेंगे और भक्त बांके बिहारी जी के दर्शन कर पाएंगे. बांके बिहारी मंदिर में 28 अगस्त को सुबह 7 बजकर 45 मिनट से दोपहर 12 बजे तक नंदोत्सव मनाया जाएगा.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भीड़भाड़ के कारण किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए आज रात ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में 'मंगल आरती' में केवल 1,000 भक्तों को शामिल होने की अनुमति दी जाएगी. इलाहाबाद हाई कोर्ट के निर्देश पर जन्माष्टमी समारोह के दौरान वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में होने वाली प्रार्थनाओं का सिविल न्यायाधीश, मथुरा के परामर्श से सीधा प्रसारण होगा. साफ-सफाई बनाए रखने के लिए 22 त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) बनाए गए हैं, जिनमें से 14 टीमें मथुरा में और आठ वृंदावन में तैनात हैं.
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