Raya Urban Center Master Plan 2023: नया नोएडा और नया गाजियाबाद तो बसाने की तैयारी चल ही रही है, अब राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक और नया शहर बनाने का ऐलान कर दिया गया है.इसे राया अर्बन सेंटर नाम दिया गया है. यह यमुना एक्सप्रेसवे के पास मथुरा जिले के राया में बसाया जाएगा.  नोएडा,ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद से दूर पर एनसीआर क्षेत्र का हिस्सा आगरा, अलीगढ़ और मथुरा से ये बेहद नजदीक होगा. उनके लिए इस हाईटेक सिटी में बसना आसान होगा. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राया अर्बन सेंटर सिटी के प्रोजेक्ट को स्वीकृति दे दी है. इसके लिए मास्टर प्लान 2031 में जगह दी गई है. यह दिल्ली-एनसीआर से मथुरा-आगरा जैसे जिलों की दूरी और घटा देगा. साथ ही वहां बड़े पैमाने पर इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट सड़क-पुल और एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा.


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NCR का बड़ा शहर
राया अर्बन सेंटर नाम से ये हाईटेक सिटी 11,633 हेक्टेयर में बसाई जाएगी. यमुना एक्सप्रेसवे से नजदीकी के साथ यह तीन से चार किलोमीटर की परिधि में होगी, जिसमें बड़ी यूनिवर्सिटी, मेडिकल एजुकेशन हब, अस्पताल, बड़ा पार्क जैसी सभी सुविधाएं होंगी. मास्टरप्लान के तहत इसे अंतिम रूप देकर 9366 से बढ़ाकर 11 हजार 653 हेक्टेयर में विस्तार दिया गया है.


टूरिज्म को बढ़ावा
राया अर्बन सेंटर में एडवेंचर पार्क, बड़े शॉपिंग मॉल, म्यूजिक क्लब जैसी मनोरंजन की सुख सुविधाएं होंगी. मथुरा-वृंदावन, आगरा, अलीगढ़, बुलंदशहर, पलवल, फतेहपुर सीकरी जैसे इलाकों से ऐसे ऐशोआराम के लिए दिल्ली या नोएडा-गाजियाबाद आने वालों को अब इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी. इसमें 1500 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन टूरिस्टों से जुड़े कामों के लिए आवंटित की गई है.आलीशान फ्लैट के साथ यहां इंडस्ट्रियल हब भी बनाया जाएगा. कामर्शियल कांप्लेक्स भी होंगे


रोजगार की बहार
नोएडा-ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद क्षेत्र में रैपिड रेल, फिल्म सिटी, जेवर एयरपोर्ट जैसे बड़े प्रोजेक्ट छह महीने से एक डेढ़ साल में पूरे होने को हैं. राया अर्बन सिटी में आशियाना बनाने वालों की कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी. उनका एयरपोर्ट या रैपिड रेल से सफर करके दिल्ली नोएडा आना भी आसान होगा. राया अर्बन सेंटर को यमुना एक्सप्रेसवे के अलावा कई अन्य बड़े एक्सप्रेसवे से जोड़ा जा सकता है. 


ग्रीन जोन बनेगा
राया अर्बन सेंटर के कुल जो भूमि अधिग्रहीत की जाएगी, उसमें से 9 फीसदी ग्रीन जोन यानी पेड़ पौधों के लिए होगी. एक हजार से ज्यादा हेक्टेयर में ये बेहद खूबसूरत होगा. रिवर फ्रंट का भी निर्माण किया जा सकता है. यमुना अथॉरिटी के सीईओ अरुणवीर सिंह का कहना है कि Yamuna Expressway मास्टर प्लान 2031 को मंजूरी मिली है. इसके लिए भूमि अधिग्रहण जल्द शुरू होगा.


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