यूपी के सबसे बड़े एक्सप्रेस-वे पर कब फर्राटा भरेंगे वाहन, 12 जिलों की बदलेगी तस्वीर
Ganga Expressway: योगी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इसके पूरा होने को लेकर बड़ी अपडेट सामने आ रही है. सब कुछ ठीक रहा तो दिसंबर तक मेरठ में गंगा एक्सप्रेस- का काम पूरा हो जाएगा.
Ganga Expressway: योगी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इसके पूरा होने को लेकर बड़ी अपडेट सामने आ रही है. सब कुछ ठीक रहा तो दिसंबर तक मेरठ में गंगा एक्सप्रेस- का काम पूरा हो जाएगा. गंगा एक्सप्रेस-वे से इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण भी किया जाएगा. इसके लिए 150 हेक्टेयर जमीन को चिन्हित किया गया है.
2025 में होने वाले कुंभ मेले से पहले इसे पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है. गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण मेरठ से प्रयागराज के बीच किया जा रहा है, जो करीब 594 किलोमीटर लंबा है. गंगा एक्सप्रेसवे कुल 12 जिलों से होकर गुजरेगा. एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद मेरठ से प्रयागराज तक का सफर महज 8 घंटें में पूरा किया जा सकेगा, अभी इस दूरी को तय करने में 11 घंटे से ज्यादा समय लगता है. यानी लोगों के समय और ईंधन दोनों की बचत होगी. एक्सप्रेस-वे से जुड़े कार्यों को डेडलाइन से पहले पूरा किया जा रहा है.
इन जिलों से गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से शुरू होकर हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ के बाद प्रयागराज में पूरा होगा. इसके बीच में गंगा और रामगंगा पर पुल का निर्माण कार्य भी किया जाएगा. इंडियन एयरक्राफ्ट के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग टेक ऑफ के लिए शाहजहांपुर में 3.5 किलोमीटर की एयर स्ट्रिप का निर्माण किया जाएगा. इसके अलावा एक्सप्रेस-वे पर कुल 18 फ्लाईओवर और 8 रोड ओवर ब्रिज भी बनाए जाएंगे.
तीन एक्सप्रेस-वे जुड़ेंगे
गंगा एक्सप्रेस-वे से तीन एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जुड़ेंगे. साथ ही मेरठ और प्रयागराज में मेन टोल प्लाजा बनेंगे. इसके अलावा 12 और रैम्प टोल प्लाजा होंगे.
यह भी पढ़ें - गाजियाबाद से मुरादाबाद रूट पर धड़ाधड़ गुजरेंगी ट्रेनें, तीन राज्यों को फायदा पहुंचाएगा नया रेलवे ट्रैक
यह भी पढ़ें - Varanasi News: काशी को हवाई झूले का तोहफा, महज 15 मिनट में वाराणसी के एक छोर से दूसरे छोर