Meerut News: बंद कार में तड़पती रही सेना के अफसर की बेटी, गाड़ी में छोड़ 4 घंटे तक मौजमस्ती करता रहा जवान
Meerut News in Hindi: मेरठ में सेना के लांस नायक की बेटी की कार में दम घुटने से जान चली गई. 3 वर्षीय बच्ची की जिस तरह से मौत हुई है उससे हड़कंप मच गया. बच्ची को बताया जा रहा है कि पड़ोसी सैन्यकर्मी नरेश कुमार ने अगवा किया और फिर...
मेरठ: मेरठ के रोहटा रोड पर सेना के लांस नायक की बेटी की मौत से हड़कंप मच गया. दरअसल, लांस नायक की तीन वर्षीय बेटी की जान कार के अंदर दम घुटने से हुई. पड़ोसी सैन्यकर्मी घर के बाहर से बच्ची को खेलते हुए अगवा कर लिया और फिर कार को शराब के ठेके पर ले आया. जहां से सैन्यकर्मी को सेना के जवान अपने साथ लेकर चले गए. वहीं दूसरी ओर बच्ची कार के अंदर ही रह गई. इसके बाद कार में ही बच्ची का दम घुट गया और इससे उसकी मौत हो गई. बच्ची को तलाश रहे परिजन कार तक पहुंचे और शीशा तोड़कर बच्ची को कार से निकाला. वहीं, कंकरखेड़ा थाने में पड़ोसी सैन्यकर्मी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया.
यह है पूरा मामला
थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ने इस बारे में जानकारी दी है कि हरियाणा जींद के रहने वाले सोमवीर पुनिया लांस नायक पद पर मेरठ छावनी में तैनात हैं और कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के राजेश एन्क्लेव में वो रहते हैं. उनके पड़ोसी सेना में नायक नरेश कुमार परिवार के साथ ही रहते हैं. जोकि हिमाचल प्रदेश के विलासपुर के हैं. 30 अक्टूबर को सुबह साढ़े दस बजे की बात है जब सोमवीर की तीन साल की बेटी वर्तिका अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी कि तभी उसे अपनी कार में बैठाकर नरेश कुमार अपने साथ ले गए और रोहटा रोड पर शराब के ठेके पर जा पहुंचें. नरेश ने वहीं पास में अपनी कार रोककर लॉक कर दी. वर्तिका कार के अंदर ही बंद थी. इधर ठेके से शराब खरीदकर नरेश चला गया.
वर्तिका के बारे में कोई पता नहीं चला
इसी बीच बाहर से शराब खरीदते देख नरेश को सेना की फोर्स द्वारा वो पकड़ लिए गए और अपने साथ कार में ले गए. दोपहर 12:40 पर नरेश को ड्यूटी पर चले गए. इसी बीच दोपहर तक वर्तिका के बारे में कोई पता नहीं चलने पर परिवार वाले उसे तलाशने लगे. आसपास के लोगों ने बताया कि वर्तिका को नरेश कुमार अपनी कार में लेकर गया है. तभी नरेश की कार को कॉलोनी के लोगों ने खोजना शुरू किया.
गैर इरादतन हत्या का केस
रोहटा रोड पर शराब ठेके के पास करीब दो बजे कार को देखा गया जिसकी आगे की सीट पर बच्ची लेटी थी. शीशा तोड़कर वर्तिका को बाहर निकाला गया और निजी अस्पताल ले जाया गया जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सोमवीर ने पुलिस को इस बारे में पूरी सूचना दी जिसके बाद पंचनामा भरकर बच्ची का पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया. रिपोर्ट में मौत का कारण दम घुटना बताया गया है. ड्यूटी खत्म होने के बाद अपनी कार को नरेश घर ले गया. वहीं मंगलवार को सोमवीर ने नरेश के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज करवा दिया है.
दो घंटे तक संघर्ष और फिर निकली जान
बलेनो के अंदर बच्ची ने रोते हुए खिड़की के शीशे पर बार बार हाथ मारा था और कार की सीट भी पसीने और आंसू से भीग गई थी. फोरेसिंक जांच के मुताबिक ऐसे हालात में बच्ची करीब दो घंटे तक रोती रही और बाजार होने कारण उसकी आवज कार में ही दबकर रह गई. इतनी देर के संघर्ष के बाद बच्ची ने तड़प-तड़प कर कार में ही दम तोड़ दिया.
बच्ची को कार में क्यों ले गया था रमेश?
घटना के इतने दिन बाद भी पुलिस ये नहीं जान पाई है कि नायक नरेश बच्ची को कार में बैठाकर आखिर क्यों ले गया था जबकि उसके भी दो बच्चे हैं. हालांकि नरेश ने पुलिस को जानकारी दी है कि बच्ची घर के बाहर खेल रही थी और कार में बैठने की जिद करने लगी. वहीं, बच्ची के पिता सोमवीर ने कहा है कि बच्ची को अगवा कर हत्या की गई. नरेश की मंशा हत्या के पीछे क्या थी? पुलिस मामले की जांच में जुटी है.