सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक में कैसे हुई चूक के साथ दोषियों की डिटेल तैयार, STF ने शासन को सौंपी रिपोर्ट
UP Sipahi bharti paper leak: यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा 17 और 18 फरवरी को आयोजित की गई थी, लेकिन पेपर लीक के चलते परीक्षा को कैंसिल कर दिया गया था. यूपी एसटीएफ ने इसकी रिपोर्ट तैयार कर सौंप दी है.
विशाल सिंह/लखनऊ: सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले की जांच कर रही एसटीएफ ने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी है. रिपोर्ट में पेपर लीक करने वाले गिरोह के सदस्यों के बारे में पूरी जानकारी दी गई है. इस रिपोर्ट में सुरक्षा में कहां चूक हुई इसका भी जिक्र किया गया है. पेपर छापने वाली प्रिंटिंग प्रेस का मालिक अभी भी पुलिस की गिऱफ्त से दूर है.
एसटीएफ ने सौंपी रिपोर्ट
सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले की जांच कर रही एसटीएफ ने अपनी रिपोर्ट बीते दिनों शासन को सौंप दी है. इसमें पेपर लीक करने वाले गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी और गैंग के सदस्यों के बारे में जानकारी देने के साथ ही सुरक्षा में हुई चूक का भी विस्तार से जिक्र किया गया है. आपको बता दें कि एसटीएफ की मेरठ यूनिट पेपर लीक से जुड़े एक मुकदमे की अभी विवेचना कर रही है.
प्रिंटिंग प्रेस के मालिक से पूछताछ बाकी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एसटीएफ को अभी पेपर छापने वाली प्रिंटिंग प्रेस के मालिक से पूछताछ करनी है. हालांकि वह पेपर लीक होने के बाद अमेरिका चला गया था और तब से अभी तक वापस नहीं आया है. एसटीएफ की मेरठ यूनिट प्रिंटिंग प्रेस के मालिक के अहमदाबाद स्थित पते पर तीन नोटिस भेज चुकी है.
पेपर लीक के बाद रद्द हुई थी परीक्षा
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एंव प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) जल्द ही सिपाही भर्ती परीक्षा की नई तारीख की घोषणा कर सकता है. लोकसभा चुनावों के रिजल्ट आने के बाद अब एक बार फिर उत्तर प्रदेश का युवा कांस्टेबल भर्ती की दोबारा परीक्षा की तारीखों के ऐलान का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है. म्मीद जताई जा रही है कि सिपाही भर्ती परीक्षा का आयोजन जुलाई या अगस्त में हो सकता हैं. बता दें कि 17 और 18 फरवरी 2024 को उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती (UP Police Constable 2024 Exam) की परीक्षा आयोजित कराई गई थी. दोनों दिन 2-2 शिफ्टों में हुए एग्जाम को बाद में पेपर लीक की कारण रद्द कर दिया गया था. योगी सरकार ने इस परीक्षा को निरस्त करते हुए आगामी 06 महीने में इसे दोबारा कराने के आदेश दिए थे.