Bulandshahr News: पुलिस हिरासत में हुई युवक की मौत का मामला पकड़ रहा तूल, कोतवाल समेत दो पुलिसकर्मी निलंबित
Bulandshahr News: पुलिस हिरासत में तबीयत बिगड़ने से युवक की हुई मौत के मामले में एसएसपी की बड़ी कार्रवाई. एसएसपी ने किया सिकंदराबाद कोतवाल, जीडी मुंशी और पहरा को सस्पेंड किया है.
मोहित गौमत / बुलन्दशहर: बुलंदशहर के सिकंदराबाद कोतवाली में पुलिस हिरासत में अचानक हुए युवक की मौत के मामले में दो पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है. पुलिस कस्टडी में हुई मौत के इस मामले में एसएसपी श्लोक कुमार ने सिकंदराबाद कोतवाल, जीडी मुंशी और पहरा को सस्पेंड कर दिया है. बताया जा रहा है कि मामले में थाना प्रभारी, मुंशी और पहरा के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई. वहीं, कस्टडी में मौत की जांच के लिए मजिस्ट्रियल पूछताछ का आदेश भी दे दिया गया है.
कस्टडी डेथ
बताया जा रहा है कि कस्टडी डेथ की पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो चुकी है. पुलिस के अनुसार अचानक ही तबियत बिगड़ने से राशिद की मौत हो गई. यह पूरा मामला सिकदराबाद कोतवाली का है. दरअसल, पुलिस ने फैक्ट्री में चोरी के प्रयास के आरोप के तहत राशिद को पकड़ा था. इसी दौरान राशिद की अचानक तबियत खराब हो गई जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहा पर उसकी मौत हो गई.
चोरी का आरोप
एसएसपी श्लोक कुमार के मुताबिक बीती 29 सितंबर की रात को सिकंदराबाद के औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्ट्री में दीवार कूद कर एक चोर दाखिल हुआ था. जिसको फैक्ट्री के पहरेदार ने पड़कर पुलिस को सौंप दिया था. सिकंदराबाद कोतवाली में हिरासत के दौरान कल अचानक चोर की सुबह 6:30 बजे तबीयत बिगड़ गई, इसके बाद उसे प्राथमिक चिकित्सा के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पर उसकी मौत हो गई.
विसरा की रिपोर्ट
हिरासत में मौत होने के चलते लापरवाही बरतने पर सिकंदराबाद कोतवाल, जीडी मुंशी, समेत उसे समय हवालात के बाहर मौजूद पहरेदार को निलंबित कर दिया गया है. कस्टडी डेथ के पोस्टमार्टम की पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग कराई गई है. पोस्टमार्टम के दौरान शरीर पर किसी भी तरह की चोट के निशान नहीं मिले हैं और मौत का कारण भी स्पष्ट नहीं हो पाया है. जिसके चलते मृतक का विसरा सुरक्षित रख लिया गया है. वहीं कोतवाली के सीसीटीवी की भी जांच कराई गई है. हवालात के सीसी टीवी की जांच करने पर पता लगा कि कोतवाली में मृतक के साथ किसी भी तरह की मारपीट नहीं की गई थी. विसरा की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा.
परिजनों ने क्या कहा?
पीड़ित के परिजनों ने बताया कि उन्हें पूरे प्रकरण की जानकारी नहीं है. जब घर पर पुलिस आई और बताया कि उनका भाई अस्पताल में भर्ती है तब जाकर उन्हें पूरे मामले का पता चला, ऐसे में उन्हें ज्यादा कुछ नहीं पता है. उनका कहना है कि वह रोजाना सुबह 6:00 बजे काम पर निकल जाता था और शाम को घर वापस आ जाता था.
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