कानपुर: कानपुर में चार छोटे बच्चों पर एक बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के आरोप में POCSO एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोपी बच्चों की उम्र छह से दस वर्ष है. गांव की पंचायत में आरोपी बच्चों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. इस घटना के बाद पुलिस अधिकारियों के हलक सूख गए हैं तो मनोवैज्ञानिक भी हैरत में हैं. 


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बच्चों ने पॉर्न देखकर किया अननैचुरल सेक्स
यह घटना कानपुर के महाराजपुर में घटी  है. यहां एक किसान की चार साल की बेटी घर के बाहर खेल रही थी. तभी उसके पड़ोस में रहने वाले छह से दस वर्ष आयु के चार लड़कों ने उसे खेलने के बहाने पास के एक खाली प्लॉट में ले गए और उसके साथ सामूहिक रूप से अश्लीलता की. ये बच्चे अपने घर से किसी बड़े का मोबाइल फोन चुरा लाए थे जिसमें पॉर्न फिल्म अपलोड थी. इस फिल्म को देखकर उसकी नकल करते हुए उन्होंने अबोध बच्ची के साथ अप्राकृति सेक्स किया.


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इस घटना के बाद बच्ची अपने घर पहुंच गई, लेकिन उसके नाजुक अंगों से खून बह रहा था. किसान दंपत्ति को लगा कि खेल-खेल में उनकी बेटी गिर गई होगी और पेट में चोट लग गई होगी. वे उसे लेकर अस्पताल पहुंचे. दवा से कुछ आराम मिलने के बाद इस बच्ची ने अपने माता-पिता को जो बताया, उसे सुनकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई.


पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज
बच्ची के पिता ने आरोपी बच्चों के घरवालों से शिकायत की तो उन्होंने उसे झूठा कहकर भगा दिया. उसने इसकी शिकायत गांववालों से की तो पंचायत बुलाया गया. पूछताछ के दौरान सभी आरोपी बच्चों ने गुनाह कबूल लिया. इस कबूलनामे की वीडियो रिकार्डिंग की गई. पीड़ित पिता ने रात में ही महाराजपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई. पहली नजर में आरोप सही पाए जाने पर पुलिस ने IPC और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.


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आरोपी बच्चे हिरासत में लिए गए
फिलहाल चारों बच्चों को हिरासत में ले लिया गया है. आरोपी बच्चों को किशोर न्याय बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा. इस मामले को लेकर राजकीय मनोविज्ञान केन्द्र के विशेषज्ञों का कहना है कि आज बच्चों का मानसिक विकास शारीरिक विकास की तुलना में अधिक तेजी से हो रहा है. वे अपनी चारों तरफ जो देख रहे हैं, उसे अपने जीवन में व्यावहारिक तौर पर उतारना चाहते हैं. इस केस में उन्होने पॉर्न फिल्म में जो कुछ देखा, उसे प्रैक्टिकली करने की कोशिश की, लेकिन उनकी आयु और शारीरिक विकास इसके अनुकूल नहीं था.