राजेश मिश्र/मीरजापुर: देश में एक अगस्त को राष्‍ट्रीय पर्वतारोहण दिवस मनाया जाता है. मिर्जापुर के एक किसान की बेटी का सपना है दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराने का, मगर पैसे के अभाव में सपना पूरा होता नजर नहीं आ रहा है. बता दें कि काजल लद्दाख की 18 हजार फीट की ऊंचाई पर तिरंगा फहराने चुकी हैं. 


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सपने पूरा करने के आड़े आ रही आर्थिक तंगी
मीरजापुर विकास खंड जमालपुर के हिनौती माफी गांव के रहने वाले किसान संतराम सिंह के बेटी पर्वतारोही काजल पटेल की जो दो वर्ष पहले पैसा जमा न होने के कारण एशियन ट्रेकिग कंपनी ने काजल को एवरेस्ट की चोटी पर चढ़ने से रोक दिया था. जिससे काजल का सपना अधूरा ही रह गया था. माउण्ट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराने का सपना संजोये किसान की बेटी और एनसीसी व निमास की बेस्ट कैडेट अवॉर्ड विजेता पर्वतारोही काजल पटेल ने एवरेस्ट अभियान के फतह के लिए 25 लाख रूपये मदद की गुहार लगा चुकी हैं.


सीएम योगी से लगाई मदद की गुहार
इसके लिए पूर्व जिलाधिकारी अनुराग पटेल भी पर्वतारोही की फाइल मुख्यमंत्री को भेज चुके हैं, लेकिन अभी तक केवल मायूसी ही हाथ लगी है. काजल पटेल एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाई है. काजल पटेल ने कहा कि मदद हो जाए तो दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहरा देश का नाम रोशन कर सकूं. 


लद्दाख अभियान में यूपी का किया था प्रतिनिधित्व
प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर पांच वर्ष पहले लद्दाख की 18 हजार फीट की ऊंचाई पर तिरंगा फहराने वाली पर्वतारोही काजल पटेल का चयन लद्दाख अभियान के लिए 2017 में किया गया था.जहां देश के विभिन्न प्रांतो से कुल 20 सदस्यी टीम चुनी गयी थी. जिसमें उत्तर प्रदेश की वह अकेली बेटी थी. 


गिनीज बुक में दर्ज कराना चाहती हैं अपना नाम
गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराने का सपना देख रही काजल को केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने भारत सरकार के प्रयास से काजल पटेल को अरूणाचल प्रदेश में स्थित भारतीय पर्वतारोहण फाउण्डेशन द्वारा संचालित माउण्ट एवरेस्ट चढ़ाई करने वाले एक विशेष ट्रेनिंग कोर्स में प्रवेश देकर प्रशिक्षित करा चुका है. वहां उसे प्रशिक्षण के दौरान बेस्ट कैडेट का अवॉर्ड मिला था.


एवरेस्ट विजेता बछेन्द्री पाल से ले रहीं टिप्स
काजल पटेल अपनी प्रशिक्षण पूरी करने के बाद एवरेस्ट फतह करने वाली देश की पहली और दुनिया की पांचवीं भारतीय महिला बछेन्द्री पाल से 2019 में मुलाकात कर एवरेस्ट के विषय में जानकारी ली थी. जिसमें बछेन्द्री पाल काजल को समय समय पर प्रशिक्षण के विषय में टिप्स देती रहती हैं. काजल पटेल वाराणसी से बीएससी की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह राम ललित सिंह महाविद्यालय कैलहट मिर्जापुर से बी.एड कर रही है. इसके साथ सेना के लिए परीक्षा की तैयारी कर रही है. काजल का सपना है कि माउंट एवरेस्ट की चोटी पर भारतीय तिरंगा फहरा कर देश-प्रदेश का नाम रोशन करूं.


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