मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जनपद का संयुक्त जिला अस्पताल भी अब भगवा रंग में रंग दिया गया है. यह रंग भी यूं नहीं बदला, बल्कि शासन के निर्देश पर इसे भगवा रंग का रूप दिया गया है. वहीं, सीएमएस मुरादाबाद ने भी इस भगवाकरण के पीछे शासन का निर्देश बताया है. आपको बता दें कि बीजेपी सरकार बनने के बाद से ही भगवा रंग में इमारतों, बसों और टॉयलेट को रंगने के बाद अब टोल प्‍लाजा भी भगवा रंग में रंगे जा रहे हैं. 


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केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार में लगातार सरकारी भवनों को भगवा रंग में रंगे जाने को लेकर बहस छिड़ चुकी है. इसी बीच मुरादाबाद में जिला अस्पताल को भगवा रंग दिए जाने के पीछे शासन का निर्देश होना एक बार फिर नई बहस का मुद्दा बन चुका है. 


सीएमएस ज्योत्सना पंत ने जिला अस्पताल में हो रहे भगवाकरण के पीछे शासन का निर्देश बताया है. उन्होंने कहा कि सभी कार्य यूपीएसएसपी के गाइडलाइन द्वारा किया जा रहा है. इसमें पुताई और कलर के लिए शासन से निर्देश दिया गया है.


ज्योत्सना पंत ने बताया कि इस कार्य के लिए ठेकेदार भी लखनऊ से ही भेजे गए हैं और इसका ठेका भी वहीं हुआ है. इसमें संयुक्त जिला अस्पताल की रंगाई पुताई और नालियों और खिड़कियों को सही कराए जाने की प्रक्रिया की जा रही है. सभी निर्देश सीधे तौर पर ठेकेदार को दिए गए हैं.


आपको बता दे कि साल 2018 में लखनऊ स्थित मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के ऑफिस को भी भगवा रंग में रंगा गया था. इस मामले में देश काफी राजनीति हुई थी. वहीं, उत्‍तर प्रदेश परिवहन निगम की रोडवेज बसों को भी भगवा रंग में रंगा गया था. वहीं, पिछले साल दो जून को मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के हरदोई दौरे के पहले वहां के कार्यक्रम स्‍थल के टॉयलेट के टाइल्‍स को भी भगवा रंग में रंगा गया था. लेकिन बाद में मामला बढ़ने के बाद इन टाइल्‍स को हटा दिया गया था. मुजफ्फरनगर-सहारनपुर हाईवे पर स्थित फोर लेन टोल प्‍लाजा को अब भगवा रंग में रंगा गया. हज हाउस को भी भगवा रंग में रंगा गया था, लेकिन बाद में रातोंरात उसका रंग बदल दिया गया था.