Moradabad News: संभल के बाद अब मुरादाबाद में भी करीब 40 सालों से बंद पड़े पाकबड़ा थाना क्षेत्र के रतनपुर कला गांव के जैन मंदिर को खोलने की तैयारी हो गई है. जिला प्रशासन ने इस मंदिर की सफाई करवाकर खोलने की व्यवस्था कर दी है. हालांकि, जिलाधिकारी अनुज कुमार सिंह का कहना है कि जैन मंदिर पिछले 40 सालों से बंद है, ऐसे में वहां जो जैन समाज के लोग पहले रहते थे, वो सभी वहां से हटकर कहीं और रहने लगे हैं. मंदिर की मूर्तियों को जैन समाज के लोग ही अलग-अलग जगह पर ले गए. इस वजह से ये मंदिर खाली है और बंद पड़ा हुआ है, लेकिन मंदिर की जगह को सामाजिक कार्य के लिए इस्तेमाल करने का निवेदन किया गया है. जिसकी वजह से अब यहां साफ सफाई कराकर लाइब्रेरी या जैन समाज के लोगों की जो भी इच्छा होगी उस हिसाब से निर्माण कराया जाएगा.


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क्यों बंद पड़ा है ये मंदिर?
पहले यहां जैन समाज के परिवार रहते थे. धीरे-धीरे सभी एक-एक करके वहां से अपने मकान बेचकर चले गए, लेकिन प्रदीप जैन, जिनमें मकान मे ही मंदिर था वो मकान को बेचने के बजाए उसको बंद कर वहां से कहीं और शिफ्ट हो गए थे. साथ ही उन्होंने मंदिर में लगी मूर्तियों को मुरादाबाद और हल्द्वानी में बने अन्य मंदिरों में शिफ्ट करा दिया था. जिसके बाद से मंदिर लगातार बंद है.  मंदिर के चारों तरफ मुस्लिम समाज की आबादी रहती है और जब इस मंदिर का कोई इस्तेमाल नहीं हो रहा था तो वहां लोगों ने कूड़े का ढेर लगा डाला और धीरे-धीरे मंदिर पहचान से परे हो गया, लेकिन अब भी मंदिर के अंदर गुंबद और वहां बने कमरे मौजूद हैं. जिनको मंदिर की जगह के मालिक ने सरकार को सुपुर्द कर वहां सामाजिक कार्य की पेशकश की है.


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अवैध अतिक्रमण का आरोप
अब एसडीएम बिलारी ने वहां जाकर मंदिर की जगह का जायजा लिया. वहां डीएम मुरादाबाद के आदेश पर साफ-सफाई कराई, लेकिन वहां मौजूद हिंदू समाज के लोगों ने संगीन आरोप लगाया. आरोप है कि पास में बने दोनों तरफ के मकानों ने मंदिर के आगे की जगह पर अवैध अतिक्रमण किया है और एक तरफ के मकान मालिक ने काफी अंदर तक दीवार बना ली है. वहीं दूसरी तरफ अवैध दुकाने बनी हुई हैं. हालांकि, मुस्लिम समाज इससे साफ इनकार कर रहा है, लेकिन मौके पर पहुंचे एसडीएम ने मामले की गहनता से जांच की बात कही है और पड़ोस में बने घर की छत पर जाकर पूरे मंदिर प्रांगण के वीडियो और फोटो लिए हैं.


क्या बोले एसडीएम?
इस पूरे मामले में रतनपुर कला के लोगों ने मंदिर की जगह साफ कराने और उसको सार्वनिक कार्य में इस्तेमाल की बात को अच्छा कदम बताते हुए इस फैसले का स्वागत किया. हालांकि, वहां मौजूद कुछ हिंदू समाज के लोगों ने मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा वहां अवैध अतिक्रमण करने का दावा भी किया. उधर, एसडीएम बिलारी विनय कुमार का कहना है कि जैन समाज के लोग व्यावसायिक होते है तो मंदिर बचा अनुयायी बचे नहीं तो इस्तेमाल बंद हो गया. अब इसे पब्लिक यूज के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. ये जगह लगभग 400 से 500 गज की जगह है. अतिक्रमण के दावे पर उन्होंने कहा कि हम जांच कराएंगे और अगर कोई नवीन निर्माण या अतिक्रमण तो हुआ तो हम प्रॉपर्टी के मालिक से बात करेंगे. मुरादाबाद के जिलाधिकारी अनुज कुमार सिंह ने भी यही बात कही.


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