Lucknow/ Ateek Ahmed: इजराइल के हमले में मारे गए हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत पर लखनऊ से लेकर मुरादाबाद तक मातम मनाया जा रहा है, शिया समुदाय के लोग नसरल्लाह की मौत पर जगह-जगह कैंडल मार्च निकाल रहे हैं और उसकी मौत पर मातम मना रहे हैं. 


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लखनऊ में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद लगातार कैंडल मार्च और विरोध प्रदर्शन हो रहा है. तीसरे दिन बड़ी संख्या में शिया समुदाय के लोगों ने कैंडल मार्च निकाला.  इस्राइल मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए छोटा इमामबाड़ा से लेकर बड़ा इमामबाड़ा तक विरोध मार्च निकाला गया. इस मार्च का नेतृत्व आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब ने किया. लोग हाथों में हसन नसरल्लाह की तस्वीर लेकर जिंदाबाद के नारे लगाते हुए दिखाई दिये. 


नसरल्लाह की मौत पर ब्लैक डे
लोगों ने हिजबुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरल्लाह की मौत पर शोक जताया.  प्रदर्शनकारियों ने इस्राइल मुर्दाबाद नारे लगाए. मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि विगत तीन दिनों से हम लोग ब्लैक डे मना रहे है.  हसन नसरल्लाह मजबूत लीडर और शिया समुदाय के मार्गदर्शक थे. नसरल्लाह ने शिया समाज, इंसानियत के लिए कई बड़े काम किए हैं. ISIS जैसे आतंकी संगठन को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई. हमलों के दौरान इमाम अली की बेटी हजरत जैनब के दरगाह की सुरक्षा किया. फिलिस्तीन समेत पूरे विश्व के पीड़ितों का साथ दिया. 


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मुरादाबाद में भी कैंडल मार्च
सैय्यद हसन नसरुल्लाह की मौत को लेकर लखनऊ के बाद मुरादाबाद मे भी कैंडल मार्च निकाला गया. मुरादाबाद के कुंदरकी थाना क्षेत्र में नसरुल्लाह के लिए देर रात गलियों और सड़कों पर हाथों में मोमबत्तियां और काले झंडे लिए लोग कैंडल मार्च में शरीक हुए. इस दौरान लोगों ने अमेरिका और इजराइल मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. 


इस कैंडल मार्च प्रदर्शन बड़ों से लेकर बच्चों तक के मुंह से एक ही नारा सुनाई दे रहा था, जिसमें  कहा जा रहा  है, "तुम एक हुसैन मारोगे हर घर से हुसैन निकलेगा."


प्रदर्शनकारियों ने नसरल्लाह को शहीद बताया
प्रदर्शन कर रहे लोगों के हाथों मे जो बैनर थे उसपर नसरल्लाह को शहीद लिखा गया था. प्रदर्शनकारियों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारा कैंडिल मार्च इंसानियत को पैगाम है जो इंसानियत और किलबे अब्बल के लिए शहीद हुए उसे आतंकवादी नहीं कह सकते, जिसने मजलूमों का साथ देने को कदम उठाया उसको दुनिया आतंकवादी कह रही है. 


प्रदर्शनकारियो ने कहा, "हसन नसरुल्ला साहब हमारे बीच से जरूर जा चुके लेकिन हमारे दिल और जहन मे जिंदा थे हैं और रहेंगे."


प्रदर्शनकारियों ने सोशल मीडिया पर नसरुल्ला को आतंकवादी बताने पर नाराजगी जताते हुए नसरुल्ला की मौत को सहादत बताया है.


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