Sambhal Lok Sabha election 2024: संभल लोकसभा चुनाव में क्या जिया उर रहमान बर्क अपने दादा जिया उर रहमान बर्क की राजनीतिक विरासत को संभाल सकेंगे या भाजपा के परमेश्वर लाल सैनी 50 फीसदी मुस्लिम और दस फीसदी आबादी वाली संभल लोकसभा सीट पर कोई कमाल दिखा पाएंगे. 


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लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण का चुनाव होने वाला है. उत्तर प्रदेश की सभी सीट में से महत्वपूर्ण सीट संभल की भी है. संभल में आधी आबादी मुस्लिम है. संभल की लोकसभा सीट से 2009 और 2019 में सपा  से शफीकुर्र रहमान बर्क सांसद चुने गए थे.संभल की सीट पर केवल एक बार ही भाजपा को जीत मिली है 2014 के चुनाव में ही भाजपा ने 80 में से 71 सीट पर कमल खिलाया था. उसमे से एक सीट संभल की भी थी.


भाजपा एक बार ही जीती
हालांकि 2019 मे  भाजपा यहां जीतने में नाकामयाब रही थी लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी यहां जीत पाने की कोशिश में है. संभल सीट पर सबसे ज्यादा यादव नेताओं का दबदबा दिखा है. साथ ही यादव नेताओं को ही सबसे ज्यादा जीत मिली है. आपको बता दें कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव भी संभल से ही चुनाव जीत कर लोकसभा पहुंचे थे.


संभल से बीजेपी उम्मीदवार परमेश्वर लाल सैनी
संभल में बीजेपी को 2014 में जीत मिल गई थी. 2014 में बीजेपी उम्मीदवार सत्यपाल सिंह सैनी ने शफीकुर्र रहमान बर्क को हराया था. साथ ही 5000 वोटों से विजय हुए थे. इस बार बीजेपी से परमेश्वर लाल सैनी को टिकट मिला है.


आपको बता दें कि वर्ष 2019 के चुनाव में भी परमेश्वर लाल सैनी ही भाजपा के उम्मीदवार थे. वो दूसरे नंबर पर भी  रहे थे. परमेश्वर लाल सैनी हार भले ही गए थे लेकिन वर्ष 2014 के मुकाबले जनाधार बढ़ाने की कोशिश की थी, इसी कारण बीजेपी ने परमेश्वर लाल सैनी पर फिर से भरोसा जताया है.


ज़िया उर रहमान बर्क
संभल लोकसभा सीट पर 50 % मुस्लिम आबादी है. इसमें से कुल मतदाता 19 लाख के करीब हैं. इस बार सपा ने इस सीट से शफीकुर्र रहमान बर्क को पहले टिकट दिया था. लेकिन उनके निधन के बाद उनके पौत्र ज़िया उर रहमान बर्क़ को उम्मीदवार बनाया है. मुस्लिम आबादी के अलावा संभल लोकसभा सीट पर 10 % यादव आबादी भी है. इसके चलते सपा को इस सीट से जीत की उम्मीद ज्यादा है.