अजय कश्‍यप/बरेली : बरेली में समाजवादी पार्टी के मेयर प्रत्‍याशी को लेकर मचा घमासान अब खुलकर सामने आ गया है. सपा से मेयर प्रत्याशी संजीव सक्सेना ने पूर्व मेयर आईएस तोमर पर पर्चा वापस लेने और दबाव बनाने का आरोप लगाया है. सपा के मेयर पद के प्रत्याशी संजीव कुमार सक्सेना ने बताया कि उन्हें चुनाव लड़ने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष के आशीर्वाद के साथ सिंबल दिया है. वह हर हालात में चुनाव लड़ेंगे. उनके साथ संगठन के लोग भी हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोग उन पर पर्चा वापस लेने का दबाव बना रहे हैं. उन्होंने बताया कि पूर्व मेयर आईएस तोमर एक निर्दलीय प्रत्याशी हैं. वह पार्टी के सदस्य भी नहीं हैं. 


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पूर्व मेयर पर पर्चा वापस लेने का दबाव बनाने का आरोप 
संजीव सक्सेना ने प्रेस वार्ता कर बताया कि निर्दलीय प्रत्याशी आईएस तोमर अपने समर्थकों के साथ उनके कार्यालय पर पहुंचे और टिकट वापस लेने का दबाव बनाने लगे. संजीव सक्सेना ने कहा कि उन्हें और उनके परिवार को प्रशासन सुरक्षा दे. स्थानीय स्तर पर भी उनसे पार्टी के कुछ नेता पर्चा वापस लेने को कह रहे हैं. संजीव सक्सेना ने बताया कि शहर के तीन कायस्थ संगठनों ने उन्हें अपना समर्थन देने की बात कही है. संजीव सक्सेना ने कहा कि उनका कायस्थ समाज उनके साथ है. वह मेयर पद के लिए चुनाव जरूर लड़ेंगे. 


साल 2019 में सपा ज्‍वॉइन किया 
बता दें कि सपा के जातीय समीकरणों में संजीव सक्सेना फिट बैठ रहे थे. यही वजह थी कि सपा ने कई पुराने नामों को दरकिनार कर नए चेहरे पर भरोसा जताया है.
यादव और मुसलमानों को सपा का पारंपरिक वोटर माना जाता रहा है. बरेली में सपा कायस्थ वोटों में सेंध लगाकर भाजपा को टक्कर देने की तैयारी है. पीलीभीत रोड निवासी संजीव सक्सेना उप्र राज्य भंडारण निगम में कार्यरत थे. 2019 में सेवानिवृत्त होकर सपा की सदस्यता ली. सपा में विशेष आमंत्रित सदस्य रहे और इसके बाद उन्हें पार्टी ने जिला उपाध्यक्ष बनाया था.  


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