UP Nagar Nikay Chunav 2023 : बीजेपी का स्थानीय निकाय चुनावों में नगर निगम में लंबे समय से बेहतर प्रदर्शन करती रही है, लेकिन नगरपालिका और नगर पंचायतों में उसका प्रदर्शन उतना बेहतर नहीं रहा है. ऐसे में बीजेपी निकाय चुनाव की कसौटी पर लोकसभा चुनाव की जमीन तैयार करेगी.पार्टी के लिए निकाय चुनाव लोकसभा का पूर्वाभ्यास होंगे. खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार शाम को सभी मंत्रियों और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के साथ एक अहम बैठक की. 


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पार्टी ने विकास वाद और राष्ट्रवाद के एजेंडे को धार देकर निकाय चुनाव के सभी सीटो पर कमल खिलाने की रणनीति बनाई है. 2017 के निकाय चुनाव में भाजपा ने 17 में 14 नगर निगम पर कब्जा किया था.198 नगर पालिका परिषद में 70 और 438 नगर पंचायतों में 100 सीट पर विजय पताका फहराई थी. पार्टी ने इस बार सभी 17 नगर निगमों में परचम फहराने का लक्ष्य बनाया है. साथ ही नगरपालिका और नगरपंचायतों में भी रिकॉर्ड बेहतर करने की रणनीति है. 


बीजेपी ने चुनाव में पूरी ताकत झोंकने के लिए जिलावार प्रभारी बना दिए हैं. इसके अलावा दोनों उप मुख्यमंत्रियों बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य को 25-25 जिलों का जिम्मा सौंपा है. बीजेपी मतदाता सम्मेलन भी आयोजित करा रही है. साथ ही उसने 32 लाख पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं नगर निकाय चुनाव के पहले ही तमाम जिलों का दौरा कर विकास कार्यों की सौगात दे चुके हैं.  


भाजपा ने पंचायत चुनाव 2021 से सबक लेते हुए इस बार प्रत्याशियों के चयन में सामूहिक आधार पर औऱ व्यापक विचार विमर्श से फैसले लेने का संकेत दिया है. हर जगह तीन-तीन दावेदारों की सूची भी तैयार की जा रही है. प्रत्याशी की इलाके में लोकप्रियता, जातिगत समीकरणों और जनता में उसका फीडबैक को भी अहमियत दी जा रही है. 


 


नगर निगम प्रभारी मंत्री, चुनाव प्रभारी & संयोजक