अखिलेश और सांसद सुब्रत पाठक की प्रतिष्ठा से जुड़ा कन्नौज निकाय चुनाव, जानिए क्या है समीकरण
Kannauj Nagar Nikay Chunav: बीजेपी के तेज तर्रार नेता सुब्रत पाठक के संसदीय क्षेत्र कन्नौज में सियासी घमासान काफी दिलचस्प होगा. वैसे तो यहां मुकाबला बीजेपी और सपा में है,लेकिन निर्दलीय भी खेल बिगाड़ सकते हैं.
कन्नौज : उत्तर प्रदेश के कन्नौज में प्रथम चरण में 11 मई को निगरीय निकाय चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. यहां आठ नगर निकाय हैं. इनमें तीन नगर परिषद हैं. यहां लड़ाई बीजेपी और सपा के बीच है. 17 अप्रैल से नामांकन शुरू हो जाएंगे. 11 मई को मतदान होने के बाद 13 मई को मतगणना कर परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे. इसकी तैयारियां जिला प्रशासन ने पूरी कर ली है. जिले में तीन नगर पालिका परिषद अध्यक्ष, पांच नगर पंचायत अध्यक्ष और 138 सभासद पद पर चुनाव होना है. अब सबकी नजरें भाजपा पर टिकी हैं. जिले की तीन नगर पालिका परिषद और पांच नगर पंचायतों से अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए कुल 27 दावेदारों ने भाजपा से टिकट मांगा है. अंतिम फैसला लखनऊ से होगा.सबसे अधिक छह आवेदन शहर से आए हैं.
यह भी पढ़ें: Gyanvapi Case:वजू करने के वैकल्पिक व्यवस्था पर बनी सहमति, सुप्रीम कोर्ट ने दिया था आदेश
कन्नौज में 78,041,छिबरामऊ 57853 और गुरसहायगंज 40293 मतदाता हैं. दरअसल कन्नौज कभी सपा का गढ़ होता था. यहां से अखिलेश यादव की पत्नी और मैनपुरी से वर्तमान सांसद डिंपल यादव भी लोकसभा सदस्य रह चुकी हैं. हालांकि बाद में उन्हें सुब्रत पाठक से हार का सामना करना पड़ा था. प्रदेश की राजनीति में अखिलेश और सुब्रत पाठक के बीच सियासी जुबानी जंग भी कई बार सामने आ चुकी है. ऐसे में यह नगर निकाय के नतीजे दोनों नेताओं की प्रतिष्ठा से जुड़ेंगे.
नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद के प्रत्याशी (सपा)
छिबरामऊ फारुख ऊर्फ बंटी
सौरिख नगर पंचायत मनीष यादव ऊर्फ डंपी
गुरसहायगंज राज सिंह चौहान ऊर्फ छोटू
तालग्राम मोसिन खान ऊर्फ जानू
सिंकदरपुर सत्यप्रकाश बाथम ऊर्फ सत्तन
बमबाज गुड्डू मुस्लिम के घर PDA ने चस्पा किया नोटिस, कभी भी गिराया जा सकता है मकान, देखें Video