UP MLC Election Results 2023 : उत्तर प्रदेश विधानपरिषद चुनाव में बीजेपी को पांच में से चार सीटों में मिली जीत नगर निकाय चुनाव और उसके बाद अगले साल लोकसभा चुनाव के लिए बड़ा टॉनिक माना जा रहा है. जबकि विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद ही बीजेपी के हिन्दुत्व का तिलिस्म तोड़ने के लिए जाति का चक्रव्यूह रच रही समाजवादी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि एमएलसी इलेक्शन में लगी चोट के बाद समाजवादी पार्टी कास्ट पॉलिटिक्स का एक्सीलेटर और तेजी से दबा सकती है.


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UP MLC Election Results 2023: कानपुर-उन्नाव सीट पर भी BJP की जीत, अरुण पाठक की हैट्रिक


रामचरित मानस विवाद के साथ जातिगत जनगणना पर भी वो खुलकर सड़क पर दिख सकती है. 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी से मुकाबले में आधी सीटों पर सिमट गई सपा की कोशिश है कि वो कमंडल की काट में मंडल के माहौल को फिर गरमाया जाए हालांकि एमएलसी चुनाव के नतीजे बताते हैं कि उसे ज्यादा कामयाबी नहीं मिली है. बिहार में इसी तरह राजद और नीतीश कुमार इसी तरह जातिगत जनगणना के मुद्दे को धार दे रही है. 


बीजेपी प्रवक्ता एसएन सिंह का कहना है कि जनता के नकारे जाने के बावजूद सपा लगातार नकारात्मक मुद्दे उठा रही है, लेकिन युवा पीढ़ी इन्हें सबक सिखा रही है. बीजेपी को गाली देने से फायदा नहीं होगा. बीजेपी के मंत्री, सांसद विधायक जनता के बीच रहते हैं. इसका उन्हें फायदा मिल रहा है. राजनीतिक विश्लेषक रुद्र प्रताप दुबे ने कहा कि ईवीएम पर सवाल उठाना अब लाजिमी नहीं है विपक्ष के लिए.


तकनीक के युग में अब ईवीएम में कोई खामी साबित नहीं हो पाई है. यूपी में अब कोई किला नहीं बचा है. अमेठी, गोरखपुर या अन्य जगहों पर कोई उम्मीदवार क्यों बार बार जीत रहा है. इसके लिए असल मुद्दों पर मंथन करना होगा. सपा प्रवक्ता कपीश श्रीवास्तव का कहना था कि सरकार धन बल के बल पर चुनाव जीत रही है, लेकिन सपा महंगाई बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर और आक्रामक तरीके से बात रखेगी.


 


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