लखनऊ : उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव (UP Nagar Nikay Chunav 2023) को लेकर प्रथम चरण का मतदान (first phase polling) होना है. ऐसे में वोटर्स को जान लेना चाहिए कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में वोट डालने से  पहले किन बातों का खास ध्यान रखें और वोट डालते समय किन सावधानियों को बरतने की जरूरत है. क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के काम करने का तरीका वोट डालने की पारंपरिक तरीके से अलग है. सवाल है कि क्या बार बार बटन दबाने से वोट डालने में कोई फर्क पड़ेंगा, क्या एक साथ कई बटन दबाकर कई प्रत्याशियों के लिए वोट किया सकता है? आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं. 


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EVM दो यूनिट में करती है काम 
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) दो यूनिट में बनी होती हैं- एक कंट्रोल यूनिट कहलाता है और दूसरा बैलेटिंग यूनिट जिसके साथ 5 मीटर का केबल जुड़ा रहता है. पीठासीन अधिकारी या मतदान अधिकारी कंट्रोल यूनिट अपने पास रखता है और मतदान कम्पार्टमेंट के अंदर बैलेट यूनिट आता है. कंट्रोल यूनिट पर मतपत्र बटन दबाकर कंट्रोल यूनिट के प्रभारी मतदान अधिकारी  एक मतपत्र जारी कर देते हैं जिससे अपनी पसंद के कैंडिडेट के चुनाव चिह्न के सामने बैलेट यूनिट पर लगे नीले रंग के बटन को  दबाता है जिससे मतदान हो जाता है. 


बार-बार बटन दबाने से क्या होगा?
बैलेटिंग यूनिट पर दिए गए बटन को दबाते ही मतदाता का मत दर्ज कर लिया जाता है और इसी के साथ मशीन भी लॉक हो जाती है. इतना ही नहीं कोई उस बटन को फिर से प्रेस करता है या फिर कोई और बटन दबा देता है तो ऐसी स्थिति में कोई अन्य वोट नहीं काउंट किया जाएगा. ईवीएम "एक व्‍यक्ति, एक मत" वाली पॉलिस पर काम करती है. अगला वोट तभी पड़ सकता है जब मतदान अधिकारी मतपत्र बटन को प्रेस कर मतपत्र जारी करे. 


प्रश्न है कि कैसे समझा जाए कि वोट पड़ गया?
एक वोटर अपने पसंदीदा कैंडिडेट के चुनाव चिह्न के सामने नीला बटन प्रेस करेगा तो चुनाव चिह्न के सामने एक लाल रंग की लगी बत्ती जल जाएगी. इसके साथ ही एक लंबी बीप की आवाज भी आएगी. वोट पड़ चुका है यह लाल बत्ती और ध्वनी दोनों के माध्याम से समझा जा सकता है. वीवीपीएटी  पेपर स्लिप के तौर पर वोटर्स को एक और प्रूव मिल जाता है. इससे वो निश्चिंत हो जाता है कि वो जिसको वोट डालना चाहता उसे उसने वोट डाल दिया है.


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