UP Nikay Chunav 2023: सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के बगावती तेवर, अपनी ही पार्टी के खिलाफ उतारा निर्दलीय उम्मीदवार
Sambhal Nagar Nikay Chunav 2023: संभल जिले में समाजवादी पार्टी में बीते कुछ समय से दो फाड़ नजर आ रहे हैं. सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (SP MP Shafiqur Rahman Barq) ने बगावत शुरू कर दी है. उन्होंने अपनी पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थन का ऐलान किया है.
संभल/सुनील सिंह: उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हैं. सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) समेत सभी पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर रही हैं. इसी बीच समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने संभल में अपनी पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ ही निर्दलीय उम्मीदवार उतार दिया है. जिसके बाद से ही सपा मे हलचल मची हुई है. दरअसल, सपा हाई कमान ने संभल नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद पर मौजूदा विधायक नवाब इकबाल महमूद की पत्नी रुखसाना इकबाल को उम्मीदवार बनाया है. इस बात से शफीकुर्रहमान बर्क ने खफा होकर यासीन सैफी को चुनावी मैदान में उतार दिया है.
सपा हाई कमान पर की तल्ख टिप्पणी
गुरुवार को सपा सांसद शफीकुर्र रहमान ने इस मामले को लेकर अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस कर अपना निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में उतारने का ऐलान किया. यही नहीं सपा सांसद ने अपने उम्मीदवार यासीन सैफी को जिताने के लिए सपा विधायक नवाब इकबाल महमूद के विरोध का खुला ऐलान भी किया है. उन्होंने नवाब इकबाल महमूद पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव ने उन्हें हराने के लिए सपा विधायक ने बीजेपी उम्मीदवार को चुनाव लड़वाया था, इस बात को कैसे भुलाया जा सकता है.
इस दौरान उन्होंने विधायक की पत्नी को उम्मीदवार बनाए जाने पर पार्टी के हाई कमान पर भी तल्ख टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि रुखसाना इकबाल को पालिका अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाए जाने का खामियाजा सपा को आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में उठाना पड़ सकता है. वहीं, इस मामले में नवाब इकबाल की कोई प्रतिक्रिया अभी तक सामने नहीं आई है.
लंबे समय से चली आ रही है रार
सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क और सपा विधायक नवाब इकबाल महमूद के बीच लंबे समय से मतभेद चले आ रहे हैं. सपा सांसद और सपा विधायक के बीच चली आ रही यह रार कई बार सड़क पर भी आ चुकी है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के तमाम प्रयास के बावजूद दोनों नेताओं के बीच का विवाद खत्म नहीं हो सके हैं.
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