संदीप श्रीवास्तव/फ़तेहपुर : नोएडा में स्वास्थ्य सुविधा के आभाव में गर्भवती महिला की मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि फ़तेहपुर जिले से भी स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई है. जहां एक महिला ने जिला महिला अस्पातल के बाहर बच्चे को जन्म दिया और समय पर इलाज ना होने की वजह से बच्चे की मौत हो गई. महिला के पति ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है.


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महिला के पति जयबीर सिंह का आरोप है कि सुबह अचानक पत्नी को दर्द हुआ तो उसने आशा बहु को फोन किया और एम्बुलेंस बुलाकर भर्ती कराने को कहा, लेकिन आशा बहु ने एम्बुलेंस भरी होने की बात की. किसी तरह उसे थरियांव के बसवानपुर गांव से लेकर महिला अस्पताल लाया गया, लेकिन उसे अंदर ले जाने की बजाए बाहर अल्ट्रसाउंड कराने के लिए लेकर चले गए और जब अस्पातल के अंदर जाने लगे, तभी अचानक गेट के बाहर ही बच्चे का जन्म हो गया.


बच्चे के जन्म के बाद कोई भी अस्पताल का कर्मचारी उसे बाहर देखने नहीं आया. बच्चा तड़पता रहा, लेकिन किसी ने भी सुध नहीं ली. जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई.


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आपको बता दें  कि उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले में शुक्रवार को आठ माह की गर्भवती महिला की मौत हो गई थी. परिजनों का आरोप है कि 12 घंटे के दौरान जिले के आठ अस्पतालों ने महिला को भर्ती करने से मना कर दिया. समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हो गई.


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