अतुल मिश्रा/बांदा : इजराइल और हमास के बीच जंग में दोनों जगह भारी जानमाल का नुकसान हुआ. जंग में इजराइल की सूरत बिगड़ चुकी है, चारों तरफ मलबा ही मलबा दिखाई दे रहा है. इसके चलते इजराइल को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इजराइल ने भारत से कामगारों को भेजने की मांग की है. इसको लेकर उत्तर प्रदेश से ही कुल 10 हजार से ज्यादा श्रमिक इजराइल भेजे जाएंगे. इसमे बांदा मंडल से करीब 400 मजदूर-राजमिस्त्री वहां जाकर अपने हाथों का हुनर दिखाएंगे और भारत का नाम विश्व पटल पर ऊंचा करेंगे. 


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इतना मिलेगा वेतन 
बांदा के 400 कारीगर इजरायल में शटरिंग, टायल, पेंटर आदि का काम करेंगे. इसके एवज में उन्हें एक लाख 37 हजार रुपये हर महीने वेतन के रूप में दिया जाएगा. इसके लिए श्रम विभाग द्वारा आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. श्रम विभाग के मुताबिक, इजराइल जाने पर अधिकतम 5 साल का अनुबंध होगा. 


400 राजमिस्‍त्री इजराइल भेजे जाएंगे 
दरअसल, पिछले कई महीने इजराइल-हमास युद्ध के दौरान इजराइल की सड़कों में मलबा का ढेर लगा हुआ है, उसे हटाने वाला कोई नहीं है. इससे इजराइल ने भारत से अपने यहां से कुशल और अच्छे श्रमिक भेजने की मदद मांगी है. श्रम विभाग की जानकारी के मुताबिक, बांदा मंडल यानी बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा जिले से करीब 400 के आसपास राजमिस्त्री इजराइल भेजे जाएंगे. 


इन कामगारों की जरूरत 
इजराइल भेजे जाने वाले श्रमिक वहां सटरिंग, टायल, कारपेंटर, आयरन वेल्डिंग और फ्रेम वर्क का काम करेंगे. बकायका इन्हें सैलरी दी जाएगी, जो एक लाख 37 हजार रुपये होगी. इसके लिए कम से कम एक साल का कांट्रेक्ट होगा, अधिकतम 5 साल तक हो सकता है. श्रमिकों की उम्र की बात करें तो यह भी निर्धारित की गई है, 21 वर्ष से 45 वर्ष तक. 


ये होने चाहिए डॉक्‍यूमेंट 
डॉक्यूमेंट की बात करें तो आधार कार्ड, पासपोर्ट और बैंक अकाउंट होना अनिवार्य है. इसके साथ बेसिक अंग्रेजी बोलनी भी आनी चाहिए, जो भी श्रमिक जाना चाहता हैं वह श्रम विभाग में जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकता है, जिसके बाद चयन प्रकिया होने के बाद मेडिकल होगा और इजराइल भेज दिया जाएगा.