नोएडा : गौतमबुद्धनगर जिले (नोएडा) में अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए बनाई गई स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप यानि एसओजी टीम के तीन सदस्‍यों को सस्पेंड कर दिया गया है. इस टीम में शामिल पुलिसकर्मियों पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई के संकेत मिले हैं. एसएसपी अजय पाल शर्मा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसओजी टीम के तीन सदस्‍यों को सस्‍पेंड किया और अन्‍य सभी को जांच पूरी होने तक लाइनहाजिर कर दिया. नोएडा की एसओजी टीम में कुल 16 पुलिसकर्मी हैं. मामले की जांच एसपी सिटी अरुण कुमार सिंह को सौंपी गई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि गुरुवार देर रात सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हुआ था. इस मैसेज में उत्तर प्रदेश के पुलिस प्रमुख को एसओजी में तैनात नितिन के अकाउंट से जो मैसेज भेजा गया है वो गैरजिम्मेदाराना और पुलिस की छवि को धूमिल करने वाला है. इस मैसेज में कुछ पुलिस अधिकारियों के पदों का जिक्र किया गया है. अवैध वसूली की रकम की भी इसमें जानकारी दी गई है. कितना पैसा कहां से आता है और वो किस मद में खर्च हुआ है वो भी इसमें बताया गया है.


सोशल मीडिया में इस वायरल मैसेज को गौतमबुद्धनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजयपाल शर्मा ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने तत्काल प्रभाव से इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं. 16 सदस्‍यीय एसओजी टीम के तीन पुलिसकर्मियों को अगले आदेश तक के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही अन्‍य पुलिसकर्मियों को जांच पूरी होने तक लाइनहाजिर कर दिया गया है. इसकी पुष्टि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के जनसंपर्क अधिकारी ने की है. उन्होंने बताया कि नगर पुलिस अधीक्षक इस पूरे प्रकरण की जांच करेंगे. ये मामला अति संवेदनशील है. इस तरीके की घटनाएं पुलिस की विश्वसनीयता पर बड़े सवाल खड़े करती हैं. इसके लिए पुलिस के जिम्मेदार अधिकारियों को चिंतन मनन और मंथन करना होगा.