बद्रीनाथ के ऑनलाइन प्रसाद को लेकर चमोली प्रशासन और देवस्थानम बोर्ड आमने-सामने
धाम के प्रसाद को ऑनलाइन किए जाने पर देवस्थानम बोर्ड के CEO गढ़वाल कमिश्नर रविनाथ रमन ने आपत्ति जताते हुए कहा कि किसी भी प्राइवेट वेबसाइट को इस तरह प्रसाद बेचने का अधिकार नहीं दिया जाना चाहिए.
पुष्कर चौधरी/चमोली: बद्रीनाथ धाम के प्रसाद को एक प्राइवेट वेबसाइट के जरिए आनलाइन उपलब्ध कराने को लेकर चमोली प्रशासन और देवस्थानम बोर्ड आमने-सामने आ गया है. चमोली प्रशासन ने जहां पंच बद्री प्रसाद के विपणन के लिए विदेशी कंपनी अमेजन से करार किया है, तो वहीं देवस्थानम बोर्ड ने इस पर विरोध जताया है.
धाम के प्रसाद को ऑनलाइन किए जाने पर देवस्थानम बोर्ड के CEO गढ़वाल कमिश्नर रविनाथ रमन ने आपत्ति जताते हुए कहा कि किसी भी प्राइवेट वेबसाइट को इस तरह प्रसाद बेचने का अधिकार नहीं दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.
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उधर, स्थानीय लोग भी ऑनलाइन प्रसाद के हक में खड़े नहीं दिखाई दे रहे हैं. जोशीमठ के पूर्व प्रमुख प्रकाश रावत ने पंच बद्री प्रसाद को वेबसाइट पर बेचे जाने का विरोध किया है, उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ धाम के प्रसाद का बाजारीकरण नहीं होना चाहिए. बद्रीनाथ धाम के प्रसाद की महत्ता तभी है, जब उसे बद्री विशाल को चढ़ाकर बांटा जाए.
वहीं, बद्रीनाथ धाम के प्रसाद को आनलाइन उपलब्ध कराए जाने के पीछे चमोली जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने दलील दी कि कोरोना के चलते श्रद्धालु धाम नहीं पहुंच पा रहे हैं, ऐसे में उन्हें अमेजन वेबसाइट के जरिए प्रसाद उपलब्ध करवाया जा रहा है. पंच बद्री प्रसाद बेहद सुंदर तरह से डिजायन बद्रीनाथ प्रसाद बैग के नाम से बेवसाइट पर उपलब्ध है, जिसमें पवित्र सरवस्ती नदी का जल, बद्रीश तुलसी, हर्बल धूप, बद्री गाय का घी, हिमालयन डेमस्क रोज वाटर है.
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