बलिया में डीएम साहब ने चाक पर आजमाया हाथ, बना डाले मिट्टी के दीये
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्यौहारों से पहले देश के लोगों से लोकल चीजों को प्रमोट करने की अपील की थी. इसी सिलसिले में में बलिया के डीएम श्रीहरि प्रताप शाही ने दीपावली के मौके पर लोगों को मिट्टी के दीये से घर रौशन करने की सीख देने के लिए एक अनोखा फैसला लिया. जो खूब सराहा जा रहा है.
उन्होंने कहा है कि इस दीपावली पर उनके आवास स्थित कैंप कार्यालय और कलेक्ट्रेट में सिर्फ मिट्टी के ही दीये जलाए जाएंगे. उन्होंने जिले के लोगों से भी अपील किया है कि दीपावली पर झालर आदि की जगह पूरी तरह मिट्टी के दीयों से ही घर रोशन करें.
इसके लिए उन्होंने बुधवार की सुबह बांसडीह रोड क्षेत्र के हरपुर गांव में स्वयं कुम्हार के यहां गए और पर्याप्त मात्रा में मिट्टी के दीयों का आर्डर दिया. इससे कुम्हारों के चेहरे पर खुशी छा गई.
इन दौरान उन्होंने खुद भी चाक पर हाथ आजमाया. कुम्हारों की मूलभूत समस्याओं को सुना और उनके कल्याण के लिए विशेष पहल करने का भरोसा दिया. डीएम साहब को अपने साथ चाक पर बैठा देखकर कुम्हारों की खुशी दोगुनी हो गई.
डीएम ने कहा है कि पर्यावरण के साथ कुम्हारी कला और दीपावली का असली महत्व कायम रखने के लिए हम सबको ऐसा करना ही चाहिए. इस वक्त पर्यावरण की आवश्यकता भी यही है.
डीएम शाही ने कहा कि दीपावली मनाने का हम सबका यही पारंपरिक तरीका भी रहा है. इससे दीपावली की चमक बरकरार रहने के साथ किसी की जीविका भी चलेगी और पर्यावरण संतुलन भी ठीक बना रहेगा.
उन्होंने मिट्टी के दीये भी बनाए और कुम्हारों के साथ बैठकर चाय की चुस्की का भी आनंद लिया. ये चाय भी उन्हें मिट्टी के कुल्हड़ में परोसी गई थी.
डीएम शाही ने कहा कि मिट्टी का दीपक जलाने से शौर्य और पराक्रम में वृद्धि होती है और परिवार में सुख समृद्धि आती है. लेकिन, दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब लोगों का रूझान झालरों की तरफ चला गया. इसका असर हुआ कि कुम्हारी कला पर संकट आने लगा और उसकी जगह विभिन्न तरह की हानिकारक चीजें हमारे समाज में आईं.
डीएम के इस काम से जिला वासियों को प्रेरणा मिल रही है कि वे भी दिवाली में सिर्फ घर ही नहीं रोशन करें, बल्कि किसी और के चेहरे पर खुशी और त्यौहारों में रौनक लाने की छोटी सी पहल जरूर करें.
मिट्टी के दीये स्थानीय कुम्हारों से लिए जाएं तो ये सिर्फ रोशनी ही नहीं, प्यार और संवेदना भी जाहिर करते हैं. बलिया के डीएम की इस पहल को हर किसी को दिवाली की शॉपिंग के वक्त याद रखना चाहिए.