`त्रेतायुग वाली दीपावली` में ऐसे कही जाएगी श्रीराम कथा, देखें अयोध्या से आईं खूबसूरत तस्वीरें
योगी सरकार की ओर से हुई पहल के बाद अयोध्या की दीपावली देश नहीं, दुनिया में भी खास मानी जाती है. हर बार इस दीपावली में कुछ और शानदार आयोजन जोड़े जाते हैं. इस बार खास हैं- अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान निकाली जाने वाली झांकियां.
अयोध्या में 13 नवंबर को दीपोत्सव में दो झांकियां विशेष होंगी. इस बार उत्तर प्रदेश सरकार दो झांकियों को विशेष तौर पर दीपोत्सव में शामिल कर रही है. पहली झांकी मिशन शक्ति, नारी सम्मान, नारी स्वालंबन को लेकर है जिसमें अहिल्या उद्धार की झांकी होगी और दूसरी झांकी हनुमान जी के लंका दहन कर अपराधियों भू माफियाओं के विरुद्ध अभियान का मैसेज दिए जाने वाली झांसी होगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस दीपोत्सव में शामिल होंगे. दीपोत्सव में कुल 11 झांकियां निकाली जाएंगी. साधु-संत और महिलाओं ने इन झांकियों का स्वागत भी किया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस दीपोत्सव में शामिल होंगे. दीपोत्सव में कुल 11 झांकियां निकाली जाएंगी. साधु-संत और महिलाओं ने इन झांकियों का स्वागत भी किया है.
अयोध्या में इस बार दीपोत्सव बेहद खास होने जा रहा है. जहां एक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राम जन्मभूमि परिसर में रामलला के सामने 13 नवंबर को दीपक जलाकर और राम लला की आरती कर दीपावली मनाएंगे. वहीं रामायण की झांकियां भी आकर्षण का केंद्र होंगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार की अगुवाई में चौथा दीपोत्सव अयोध्या में मनाया जा रहा है. इस बार दीपोत्सव बेहद खास है, क्योंकि एक बार फिर 5 लाख 51 हजार दीपक जलाकर विश्व रिकॉर्ड कायम किया जाने वाला है. पिछली बार भी यहां दीपक जलाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया है.
इसमें कोविड-19 के दिशा निर्देशों का भी पालन देखने को मिलेगा. अबकी बार 11 झांकियों को दीपोत्सव में शामिल किया गया है. ये झांकियां साकेत डिग्री कॉलेज से राम कथा पार्क तक निकली जाएग.
11 झांकियों में सरकार मैसेज देने का प्रयास कर रही है. पहली झांकी पुत्रेष्ठि यज्ञ के माध्यम से सबको सुरक्षा भयमुक्त समाज का मैसेज है.
वहीं गुरुकुल शिक्षा की झांकी से बच्चों का शिक्षा का अधिकार बेसिक शिक्षा का मैसेज है.
राम सीता विवाह की झांकी से बेटियों के विवाह हेतु सरकार द्वारा की जा रही व्यवस्था का मैसेज है.
अहिल्या उद्धार की झांकी से मिशन शक्ति नारी सम्मान नारी स्वालंबन 1090 एवं 1076 की सुविधा का मैसेज है.
पंचवटी की झांकी से वन एवं पर्यावरण संरक्षण का मैसेज है.
रामेश्वरम सेतु की झांकी से उत्तर प्रदेश में पुलों के निर्माण का मैसेज है.
पुष्पक विमान की झांकी से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी बेहतर वायु कनेक्टिविटी का मैसेज है.
केवट प्रसंग के झांकी से समाज कल्याण का मैसेज है.
राम दरबार की झांकी से बेहतर कानून व्यवस्था का मैसेज है.
शबरी राम मिलाप की झांकी से महिला कल्याण का मैसेज है.
लंका दहन हनुमान जी के द्वारा इस झांकी से अपराधियों के विरुद्ध अभियान का मैसेज है.
इस बार दीपोत्सव में ये झांकियां उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा चयनित की गई हैं. जिनके माध्यम से उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार एक मैसेज देश और दुनिया को देना चाहिए जिसमें एक बड़ा मैसेज उत्तर प्रदेश में सरकार की बेहतरी को लेकर भी है और सरकार के कार्यों को भी लेकर है.
रामायण से जुड़ी हुई इन झांकियों में प्रभु राम की कहानी को वर्तमान समाज से जोड़कर दिखाया जाएगा.
फिलहाल ब्लूप्रिंट तैयार हो चुका है. इस थीम पर सजी हुई झांकियां 13 नवंबर को भव्य रूप से दिखाई देंगी. कोविड के चलते झांकियां देखने लोग तो नहीं पहुंच पाएंगे, लेकिन इसका सीधा प्रसारण देखा जा सकेगा.