भारत ही नहीं, दुनिया के ये पांच देश 15 अगस्त को मनाते हैं स्वतंत्रता दिवस
15 अगस्त की तारीख भारत के इतिहास के लिए बेहद खास है. 1947 में पहली बार इसी दिन अंग्रेजों से आजादी का जश्न मनाया गया था. लेकिन क्या आप जानते हैं कि 15 अगस्त को सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के 5 अन्य देशों को भी गुलामी से मुक्ति मिली थी और वहां भी 15 अगस्त को आजादी का जश्न मनाया जाता है.
दक्षिण कोरिया (South Korea)
भारत की तरह दक्षिण कोरिया भी 15 अगस्त को आजादी के जश्न में डूब जाता है. साउथ कोरिया को 15 अगस्त, 1945 में जापान से आजादी मिली थी.
अमेरिका और सोवियत फोर्सेज का अहम भूमिका
15 अगस्त को दक्षिण कोरिया में नेशनल हॉलीडे भी घोषित किया गया है. दक्षिण कोरिया को जापान से आजादी दिलाने में अमेरिका और सोवियत फोर्सेज ने अहम भूमिका निभाई थी.
उत्तर कोरिया (North Korea)
5 अगस्त 1945 में उत्तर कोरिया भी जापान से आजाद हुआ था. दरअसल, तब उत्तर और दक्षिण कोरिया एक ही देश का हिस्सा थे लेकिन आजादी के तीन साल बाद दोनों का विभाजन हो गया और दोनों अलग-अलग देश बन गए.
बहरीन (Bahrain)
बहरीन 15 अगस्त, 1971 को ब्रिटिश शासन से अपनी स्वतंत्रता का जश्न मनाता है. यह दिन राष्ट्रीय गौरव और देश के स्व-शासन में परिवर्तन पर प्रतिबिंब के रूप में चिह्नित है.
पारंपरिक प्रदर्शन का आयोजन
समारोहों में अक्सर सार्वजनिक कार्यक्रम, पारंपरिक प्रदर्शन और समारोह शामिल होते हैं जो स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से बहरीन की प्रगति और विकास का सम्मान करते हैं.
लिचेंस्टीन (Liechtenstein)
लिचेंस्टीन एक देश है जो यूरोप में स्थित है. 15 अगस्त 1866 को लिचेंस्टीन को जर्मनी से आजादी मिली थी. दुनिया के सबसे छोटे देशों में से एक लिचेंस्टीन भी भारत की तरह 15 अगस्त को आजादी दिवस मनाता है.
कॉन्गो (Republic Of The Congo)
1880 से लेकर 1960 तक फ्रांस के कब्जे में रहने के बाद कॉन्गो को आजादी मिली. 15 अगस्त 1960 को अफ्रीकी स्थित देश कॉन्गो फ्रांस से आजाद हुआ था. इसके बाद ये रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो बन गया.
भारत ( India)
15 अगस्त यानी भारत का स्वतंत्रता दिवस. इस साल देशभर में 78वीं आजादी का जश्न मनाया जाएगा. यह एक महत्वपूर्ण अवसर है जो 15 अगस्त, 1947 को ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से देश की आजादी की याद दिलाता है.
लाल किले पर तिरंगा फहराना
इस दिन लंबे संघर्ष के बाद भारत अंग्रेजों की करीब 200 साल की गुलामी से आजाद हुआ था. ऐसे में इस मौके पर भारत का हर नागरिक देश के आजाद होने का जश्न मनाता है. वहीं, भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा फहराते हैं और राष्ट्र को संबोधित करते हैं.