झांसी मेडिकल कॉलेज घटना ने आगरा और मेरठ अग्निकांडों की याद कर दी ताजा
Fire Accidents in Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के झांसी में कल रात एक अस्पताल में आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई. इस घटना ने उत्तर प्रदेश के मेरठ और आगरा अग्निकांडों की याद ताजा कर दी. आइए उनके बारे में बताते हैं. साथ ही देश के बड़े अग्निकांडों से भी आपको परिचित कराते हैं.
मेरठ मेला अग्निकांड
साल 2006 में मेरठ के विक्टोरिया पार्क में ‘ब्रांड इंडिया’ के मेले में लगी आग में 65 लोग मारे गए थे, जिनमें ज़्यादातर महिलाएँ और बच्चे थे और 150 से ज़्यादा लोग घायल हो गए.
आगरा जूता फैक्ट्री अग्निकांड
आगरा के ज्योनी मंडी में एक जूता फैक्ट्री में लगी आग में 42 लोग जिंदा जल गए थे और 10 लोग झुलस गए थे.यहां 100 से ज़्यादा मज़दूर मौजूद थे. आइए आपको ऐसे अग्निकांड के बारे में भी बताएं जो कि देश के बड़े अग्निकांड थे.
बॉम्बे विस्फोट
14 अप्रैल 1944 को बॉम्बे, (अब मुंबई) के विक्टोरिया डॉक में यहा कांड हुआ था, जब ब्रिटिश मालवाहक एसएस फोर्ट स्टिकिन में आग लग गई और ये दो विशाल विस्फोटों में नष्ट हो गया. इससे आसपास के जहाज डूब गए और क्षेत्र में आग लग गई, जिसमें लगभग 800 से 1,300 लोग मारे गए.
डबवाली अग्निकांड
1995 में हरियाणा के सिरसा में डबवाली में एक मैरिज हॉल में 500 से ज़्यादा लोग मारे गए, जिनमें ज़्यादातर बच्चे और उनके माता-पिता थे और 300 से ज़्यादा लोग घायल हुए.
बारीपदा अग्निकांड
1997 में ओडिशा के बारीपदा में 26 बच्चों और 4 महिलाओं सहित 176 लोग जलकर मर गए थे. यहां बड़ी संख्या में भक्त तीन दिवसीय राज्य स्तरीय धार्मिक सम्मेलन के लिए एकत्र हुए थे.
पुत्तिंगल मंदिर अग्निकांड
2016 में केरल के कोल्लम के परवूर में पुत्तिंगल मंदिर में आतिशबाजी का जश्न मनाने के दौरान हुई दुर्घटना में 111 लोग मारे गए और 350 से अधिक घायल हो गए.
कुंभकोणम स्कूल अग्निकांड
2004 में तमिलनाडु के तंजावुर जिले में कुंभकोणम स्कूल में आग लगने की घटना में 94 छात्रों की मौत हो गई थी.
एएमआरआई अस्पताल अग्निकांड
2010 में कोलकाता के ढाकुरिया में एएमआरआई अस्पताल की सात मंजिला इमारत के बेसमेंट में लगी आग में 93 लोग मारे गए थे.
तूतीकोरिन अग्निकांड
तमिलनाडु के तूतीकोरिन में 1979 में लौरदम्मलपुरम में एक सिनेमा में आग लगने की दुर्घटना में 46 वयस्क और 32 बच्चे मारे गए, जिनमें से 73 की मौके पर ही मौत हो गई और पांच ने अस्पताल में दम तोड़ दिया; घटना में 88 लोग घायल हुए.
पटना ट्रेड अग्निकांड
1990 में बिहार में पटना के पास एक शटल ट्रेन में आग लग गई थी. जिसमें कम से कम 70 लोग मारे गए थे. आग पहली बोगी के सामने लगी, जिससे निकास द्वार बंद हो गया.