कीजिए बांके बिहारी के दर्शन, देखिए प्रभु की मनमोहिनी छवि...
भगवान कृष्ण के प्रति लोगों की आस्था इतनी गहरी है, कि उन्होंने बांके बिहारी के दर्शन के लिए अदालत तक लड़ाई लड़ी. अब अदालत के आदेश के बाद जब बिहारी जी के दर्शन मिले तो भक्तों की खुशी का ठिकाना नहीं है.
शुक्रवार को न्यायालय सिविल जज जूनियर डिवीजन के आदेश के बाद जिला प्रशासन एवं मंदिर प्रबंधन ने देर रात तक मीटिंग कर ये फैसला लिया है कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से दर्शन होंगे. इस मंदिर में गृह मंत्रालय की गाइड लाइन का पालन कराया जा रहा है.
पूर्व में भी यह कपाट न्यायालय के आदेश के बाद 17 अक्टूबर को खोले गए थे लेकिन मंदिर के बाहर भीड़ अधिक हो जाने के कारण कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं हो पा रहा था जिसके बाद मंदिर प्रबंधन ने मंदिर को 19 अक्टूबर से दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिया था. जिसके बाद प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा था.
वृंदावन में ठाकुर बांकेबिहारी के पट रविवार को विजयादशमी के मौके पर भक्तों के लिए खुल गए. भक्त बांके बिहारी के दर्शन पूजन के लिए लगातार मंदिर पहुंच रहे हैं. मंदिर प्रबंधन ने बताया कि व्यवस्थाओं को कोर्ट के आदेश के मुताबिक रखा गया है. दर्शन के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की गई है.
बांके बिहारी के भक्तों के लिए उनका दर्शन मिलना बेहद राहत देने वाला है. कोरोना काल में अपने ईष्ट से 7 महीने की दूरी के बाद उन्हें दर्शन मिले भी तो कोविड के दौरान अव्यवस्था न हो, इसके चलते कपाट बंद हो गए. काफी संघर्ष के बाद ठाकुर जी के दर्शन पाकर वे निहाल हो रहे हैं.
बांके बिहारी मंदिर के कपाट खुलने को लेकर जब विवाद हुआ तो श्रद्धालुओं की आस्था देखते हुए ऊर्जा मंत्री ने सीएम को चिट्ठी लिखकर कपाट खोले जाने की मांग की थी.
बांके बिहारी मंदिर वृंदावन के अहम मंदिरों में से एक है. यहां देश-विदेश से भक्त ठाकुर जी के दर्शन करने पहुंचते हैं. उनकी आस्था ऐसी है, कि वर्ष भर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है.
फिलहाल मंदिर में दर्शन और पूजन के दौरान कोविड 19 की गाइडलाइंस का पालन किया जा रहा है. भक्तों में सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा जा रहा है. प्रशासन ने इसके लिए पूरे इंतजाम कर रखे हैं.
मंदिर खुलने के बाद उत्साह में भीड़-भाड़ न हो, इसके लिए गेट नंबर 2 और 3 से श्रद्धालुओं का प्रवेश कराया जा रहा है, जबकि गेट नंबर 1 और 4 से श्रद्धालुओं को निकास द्वार के माध्यम से बाहर निकाला जा रहा है.
बांके बिहारी मंदिर फिर खोले जाने की खबर ने रोजगार की आस लगाकर बैठे लोगों के चेहरे पर खुशी ला दी है. अब उन्हें उम्मीद है कि व्यवसाय में फायदा हो सकेगा. मथुरा में तैयार की जाने वाली ठाकुर जी की इन पोशाकों की डिमांड दुनिया भर के कई देशों में है और इन पोशाकों की सप्लाई मथुरा सेअमेरिका कनाडा मलेशिया फ्रांस रूस इटली जैसे कई देशों में बड़ी तादाद में होती है.
बांके बिहारी दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरीके की कोई परेशानी ना हो इसके लिए पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने बांके बिहारी मंदिर व आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण किया और मंदिर तक आने वाले श्रद्धालुओं के आने-जाने को लेकर रूपरेखा बनाई. मंदिर के बाहर गलियों में भी सोशल डिस्टेंसिंग के लिए स्पॉटिंग की गई है.
बांके बिहारी मंदिर में यूं तो वर्ष भर भीड़ रहती है, लेकिन होली के समय यहां होने वाला आयोजन दुनिया भर में प्रसिद्ध है. हालांकि कोरोना के हालात पर ये निर्भर करेगा कि इस बार ठाकुर जी के दरबार की होली कैसी होगी?