नवरात्रि के 9 दिन पीएम मोदी का उपवास, जानें व्रत में भी कैसे 20 घंटे कर लेते हैं काम
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान 11 दिनों का उपवास रखने के बाद अब देश के प्रधानमंत्री व वाराणसी से सांसद नरेंद्र मोदी 9 दिनों तक शारदीय नवरात्रि का व्रत रखेंगे. पीएम मोदी ने नवरात्रि पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं.
नवरात्रि उपवास के दौरान पीएम मोदी का रूटीन
पीएम मोदी पिछले कई वर्षों से नवरात्रि का उपवास रख रहे हैं. इस बार भी शारदीय नवरात्रि का 9 दिनों का उपवास रखा है. तो आइये जानते हैं पीएम मोदी इन 9 दिनों में क्या रूटीन फॉलो करते हैं?.
नींबू-पानी का सेवन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी नवरात्रि व्रत के दौरान पूरे दिन नींबू पानी पीते रहते हैं और शाम को एक बार फलाहार करते हैं.
ये है पीएम मोदी की रूटीन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी नवरात्रि पर सुबह उठकर योग करते हैं. साथ ही ध्यान ही भी लगाते हैं. पीएम मोदी के रूटीन में सुबह पूजा भी शामिल है.
भाषण लंबा नहीं देते
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पीएम मोदी नवरात्रि में उपवास के दौरान सार्वजनिक मंचों से लंबा भाषण नहीं देते. मंचों पर ज्यादा बोलने से बचते हैं.
चूरमा के लिए धन्यवाद
पीएम मोदी ने ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा की मां सरोज देवी को पत्र लिखकर 'चूरमा' भेजने के लिए धन्यवाद दिया है. मोदी ने कहा कि सरोज देवी का 'चूरमा' चखकर उन्हें अपनी मां की याद आ गई.
उपवास से पहले उपहार मिला
पीएम मोदी ने कहा कि हिंदू संस्कृति में भक्ति के समय, नवरात्रि उत्सव से ठीक पहले उपहार प्राप्त करना विशेष रूप से खास होता है. उन्होंने कहा कि नवरात्रि के इन 9 दिनों मैं उपवास करता हूं.
चूरमा मेरा मुख्य भोजन
पीएम मोदी ने कहा कि आपका चूरमा मेरे उपवास से पहले मेरा मुख्य भोजन बन गया है. जिस तरह आपके द्वारा बनाया गया भोजन नीरज को देश के लिए पदक जीतने की ऊर्जा देता है. उसी तरह यह चूरमा अगले 9 दिनों तक मुझे देश की सेवा करने की ताकत देगा.
2014 में पीएम बनते ही रखा था उपवास
बता दें कि साल 2014 में पीएम बनने के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर गए थे. उस समय भी शारदीय नवरात्रि चल रहे थे. इस दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रिक्वेस्ट पर केवल गुनगुना पानी पीया था.
अमेरिकी मीडिया ने की थी तारीफ
पीएम मोदी के इस फैसले से अमेरिकी खुश हुए थे. इतना ही नहीं दुनियाभर की मीडिया में पीएम मोदी के इस कदम की प्रशंसा की गई थी.