Pitru Paksha 2024: पितृ पक्ष में पूर्वजों का करना है खुश, नहीं जाना पड़ेगा गया घर पर ही कर लें ये काम
इस बार पितृ पक्ष (Pitra Paksha 2024) की शुरुआत 17 सितंबर से हो रही है. पितृ पक्ष या श्राद्ध में पितरों की आत्मा की शांति और उनको मोक्ष दिलाने के लिए तर्पण और पिंडदान किए जाते हैं. कहा जाता है कि 15 दिन के पितृ पक्ष में पूर्वज मृत्युलोक से धरती पर मिलने आते हैं.
शुभ काम नहीं
पितृ पक्ष हमारे पूर्वजों के कर्ज को चुकाने का समय होता है. पितृ पक्ष के दौरान पूर्वज अपने वंश से मिलने आते हैं. इस दौरान कोई भी शुभ या नए काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए.
शुद्धता का ख्याल
श्राद्ध का भोजन पूरी शुद्धता से बनाना चाहिए. भोजन बनाने से पहले किचन और गैस को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए.
इन चीजों की मनाही
साथ ही भोजन में प्याज और लहसुन का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें. इसलिए पूर्वजों के खातिर पितृपक्ष में इन चीजों से दूर ही रहें.
ब्राहम्ण भोजन
श्राद्ध का भोजन ब्राहम्ण को हमेशा सूर्य चढ़ने के बाद ही करवाना चाहिए. इससे पहले गाय को खिला सकते हैं.
भोजन ग्रहण कराएं
माना जाता है कि सूर्य की किरणों से ही हमारे पितर भोजन को ग्रहण करते हैं.
इसका रखें ध्यान
ऐसे में सूर्य का प्रभाव जिता अधिक होगा, पितरों को भोजन उतने अच्छे से मिल जाएगा.
मौन रहें
बिना ब्राहम्ण को भोजन कराएं खुद भोजन ना करें. साथ ही भोजन के वक्त मौन रहें.
प्रसाद समझें
श्राद्ध का भोजन प्रसाद के रूप में ग्रहण कर लेना चाहिए. इसमें कोई कमी नहीं निकालनी चाहिए.