सिपाही-प्रोफेसर से लेकर बिजनेसमैन तक, यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक में 900 पन्नों की चार्जशीट की 10 बड़ी बातें
यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में STF ने पहली चार्जशीट दाखिल कर दी है. 900 पन्नों की इस चार्जशीट में मास्टरमाइंड रवि अत्रि समेत कुल 18 लोग आरोपी बनाए गए हैं. इस चार्जशीट और क्या-क्या मुख्य बातें हैं आइये बताते हैं आपको.
900 पन्नों की चार्जशीट दाखिल
यूपी STF की मेरठ यूनिट ने यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में 900 पन्नों की पहली चार्जशीट दाखिल कर ही है. एसटीएफ ने इसमें मुख्य आरोपी रवि अत्रि समेत 18 को आरोपी बनाया है.
मुख्य आरोपी रवि समेत कुल 18 नाम
चार्जशीट में रवि अत्री, राजीव नयन मिश्रा, रोहित पांडे, अभिषेक शुक्ला लॉजिस्टिक कंपनी TCI एक्सप्रेस के कर्मचारी शिवम गिरी के अलावा दिल्ली पुलिस के सिपाही विक्रम पहल का नाम भी शामिल है.
गुरुग्राम के रिसॉर्ट में पेपर बेचा गया
यह सिपाही विक्रम पहल ही था जिसनें गुरुग्राम के नेचर वेली रिसॉर्ट में अभ्यर्थियों को एक साथ रुकवाया था और यहां उनका पेपर बेचा था.
UPPSC RO/ARO पेपर लीक कनेक्शन
यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक की चार्जशीट में शामिल रवि अत्री और राजीव नयन मिश्रा का नाम UPPSC RO/ARO Paper Leak मामले में भी सामने आया है.
UPPSC RO/ARO पेपर लीक में दिल्ली का सिपाही
एसटीएफ द्वारा UPPSC RO/ARO Paper Leak मामले की अलग से जांच की जा रही है. RO/ARO Paper Leak मामले का मास्टरमांइड यूपी पुलिस का बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह निकला है.
परीक्षा कराने वाली कंपनी ब्लैक लिस्ट
यूपी स्पेशल टास्क फोर्स की रिपोर्ट के बाद यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा कराने वाली अहमदबाद की एजुटेस्ट कपंनी को ब्लैक लिस्टिड कर दिया गया है.
एजुटेस्ट के मालिक को भेजे 4 नोटिस
बताया जा रहा है कि एजुटेस्ट के मालिक विनीत आर्य देश छोड़कर भाग चुका है. यूपी एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने विनीत आर्य को चार बार नोटिस भेजा था, लेकिन वो एक बार भी नहीं पहुंचे.
अमेरिका भागा एजुटेस्ट का मालिक
जानकारी के मुताबिक एजुटेस्ट का मालिक विनीत आर्य एसटीएफ का नोटिस मिलते ही अमेरिका चला गया और वहां से अभी तक नहीं लौटा है.
पेपर लीक में नोएडा की लॉजिस्टिक कंपनी शामिल
यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा कराने वाली कंपनी एजुटेस्ट ने ही पेपर परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने का ठेका नोएडा की लॉजिटिक्स कंपनी को दिया था.
लॉजिस्टिक कंपनी से लीक हुआ पेपर
एजुटेस्ट के अधिकारियों ने नोएडा की लॉजिस्टिक्स कंपनी के वेयर हाउस का मुआयना किया था. इसी वेयर हाउस से राजीव नयन मिश्रा के कहने पर शुभम मंडल को बुलाया था और भर्ती का पेपर लीक कराया था.