बरसात और गर्मी में बढ़ जाती है आंखों की ये समस्या, जानें कारण, बचाव और इलाज
आज के दौर में मुश्किल ही कोई ऐसा शख्स होगा जो गैजेट्स का इस्तेमाल न करता हो. क्या युवा, क्या बच्चे और यहां तक की बुजुर्ग भी... सभी गैजेट्स के दीवाने हैं, लेकिन गैजेट्स पर ज्यादा देर काम करने से आपको ड्राय आई सिंड्रोम यानी आंखों में सूखेपान की समस्या हो सकती है.
क्या है ड्राय आई सिंड्रोम
ड्राय आई सिंड्रोम (सूखी आंख सिंड्रोम) एक सामान्य स्थिति है जिसमें आंखों में पर्याप्त आंसू नहीं बनते या आंसुओं की गुणवत्ता खराब होती है. इसमें आंखों में पर्याप्त नमी नहीं होती, जिससे आंखें सूखी और असहज महसूस होती हैं.
ड्राय आई सिंड्रोम लक्षण
इस बीमारी में आंखों में जलन या खुजली, आंखों से धुंधला दिखना, आंखों में रेत या गिट्टी जैसी महसूस होना, आंखों में लालिमा आना, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता बढ़ना, लंबे समय तक पढ़ने या कंप्यूटर का उपयोग करने पर आंखों में थकान होना और आंखों में बार-बार पानी आने की समस्या हो जाती है.
ड्राय आई सिंड्रोम कारण
उम्र बढ़ने के साथ आंसू उत्पादन में कमी, कुछ असाध्य बीमारियां (जैसे शुगर, रूमेटॉइड आर्थराइटिस), कुछ दवाइयों का सेवन (जैसे एंटीहिस्टामिन, डीकॉन्गेस्टेंट), पर्यावरणीय कारक ( जैसे सूखी हवा, धूल, धुआं ), लंबे समय तक कंप्यूटर या स्क्रीन का उपयोग या फिर सर्जरी या कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग करना इसके कारण हो सकते हैं.
ड्राय आई सिंड्रोम का निदान
ड्राय आई सिंड्रोम यानी आंखों के रुखापन की समस्या का निदान आंखों के डॉक्टर द्वारा आँखों की जांच और विभिन्न टेस्ट (जैसे शिरमर टेस्ट) के माध्यम से किया जा सकता है.
ड्राय आई सिंड्रोम बचाव
इस बीमारी से बचाव के लिए नियमित अंतराल पर पलकें झपकाना, स्क्रीन समय को सीमित करना और ब्रेक लेना, ह्यूमिडिफायर का उपयोग करना, धूप के चश्मे का उपयोग करना और आंखों को रगड़ने से बचना चाहिए.
घरेलू उपचार
इस बीमारी में कुछ घरेलू उपचार कर आराम पाया जा सकता है, जैसे- गर्म पानी में कपड़ा भिगोकर आंखों पर रखकर सेंकाई करना, आंखों की सफाई का ध्यान रखन, नियमित रूप से आंखों की नमी बनाए रखने के लिए आर्टिफिशियल टीयर्स का उपयोग करना आदि शामिल हैं.
आहार और हाइड्रेशन
आपका आहार भी इस बीमार के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित करता है. इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त आहार (जैसे मछली, अखरोट) आदि लेना और पर्याप्त पानी पीना शामिल है.
जीवनशैली में बदलाव
आप जीवनशैली में बदलाव से भी इस बीमारी की गिरफ्त से बच सकते हैं. इसके लिए आपको धुएं और प्रदूषण से बचना, लंबे समय तक एसी में रहने से बचना और कॉन्टैक्ट लेंस के उपयोग में सावधानी बरतना होगी.
चिकित्सा उपचार
डॉक्टर की सलाह पर मेडिकेटेड आई ड्रॉप्स या ऑइंटमेंट का उपयोग करना होता है. इसके अलावा कुछ मामलों में, आंसू नलिकाओं को अस्थायी या स्थायी रूप से बंद करने के लिए सर्जरी की जाती है.
Disclaimer
लेख में दी गई जानकारी विभिन्न स्रोतों से एकत्रित की गई है. ZEE UP/UK इसकी सटीकता और प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता. उपचार के लिए उचित देखभाल और डॉक्टर की सलाह का पालन करना महत्वपूर्ण है और आंखों की नियमित जांच कराते रहना आवश्यक है.