AIIMS Raebareli: देश के जिन पांच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) का पीएम मोदी 25 फरवरी को लोकार्पण करेंगे, उनमें से एक रायबरेली एम्स भी है. पीएम मोदी वर्चुअल मोड में इसका उद्घाटन करेंगे. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, माननीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री एस.पी. सिंह बघेल, राज्य स्वास्थ्य मंत्री मंयकेश्वर सिंह और दिनेश प्रताप सिंह भी मौजूद रहेंगे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एम्स रायबरेली के कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) अरविंद राजवंशी हैं. रायबरेली एम्स की नींव कांग्रेस सरकार में रखी गई थी, जो अब बनकर तैयार हुआ है. साल 2007 में इसे केंद्र की यूपीए सरकार से मंजूरी मिली थी, लेकिन राज्य की सरकार कई साल तक जमीन ही नहीं उपलब्ध करा पाई. वर्ष 2012 में शहर की सीमा पर स्थित मुंशीगंज चीनी मिल की जमीन एम्स के लिए मिली, जिस पर आठ अक्टूबर 2013 को यहां की सांसद सोनिया गांधी ने भूमि पूजन किया था.  


वर्ष 2009 में केंद्र से नौ करोड़ की मंजूरी भी मिल चुकी थी, जिसकी पहली किस्त से बिल्डिंग का काम चल रहा था. तभी 2014 में मोदी सरकार आ गई. मोदी सरकार के आने के बाद यहां एक बार फिर काम ने गति पकड़ी, जिसका नतीजा रहा कि 13 अगस्त 2018 से यहां ओपीडी शुरू कर दी गई. काम लगातार जारी रहा और नौ जुलाई 2021 से यहां तीन सौ बेड का अस्पताल भी शुरू हो गया. 


इस साल (2024) से यहां एमबीबीएस के लिए सौ सीटों का आवंटन भी हो गया. वर्तमान समय में एम्स रायबरेली 710 बेड, अपातकालीन सेवा, एनआईसीयू, एमआरयू से लैस है. बीते जनवरी माह से यहां नौ ऑपरेशन थिएटर के साथ ही इमरजेन्सी बेड बढ़ाई गई हैं. मौजूदा समय में यहां विशेषज्ञता के साथ आम लोगों को कैंसर, हृदय रोग, न्यूरो सर्जरी व किडनी का इलाज मिल रहा है. पीएम मोदी इस संस्थान का आगामी 25 फरवरी को लोकार्पण करेंगे, जिसके बाद इस संस्थान के और अधिक विकसित होने की उम्मीद बढ़ जायेगी. 


Rae Bareli news: वृद्धावस्था पेंशन भ्रष्टाचारी के मामले में ADO निलंबित, 500-500 रुपये मांगी थी रिश्वत