लखनऊ: आईबी की टीम लखनऊ (Lucknow) हिंसा के तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है. लखनऊ हिंसा के मास्टरमाइंड बताए जा रहे इन तीनों आरोपियों को कोर्ट ने 14 दिन के रिमांड पर भेज दिया था. पुलिस पत्थरबाजी (stone pelting) में शक के आधार पर कश्मीरी ( Kashmir) एंगल को खंगाल रही है. 


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बता दें पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े कई लोग पुलिस की सख्ती के बाद अंडरग्राउंड हो गए हैं. हिंसा भड़काने के आरोप में पुलिस इस संगठन के प्रदेश अध्यक्ष इंदिरानगर निवासी वसीम अहम, प्रदेश कोषाध्यक्ष बाराबंकी निवासी नदीम और डिवीजन प्रेसीडेंट अशफाक गिरफ्तार कर चुकी है. आईबी की टीम इन्ही तीनों से पूछताछ कर रही है. 


उत्तर प्रदेश में बीते दिनों आगजनी-हिंसा-हत्या के मामलों को लेकर सूबे की सरकार गंभीर है.  कोई बड़ी बात नहीं है कि, दंगों से बेहाल योगी सरकार आईंदा के लिए ऐसी विद्रोही ताकतों को कुचलने की खातिर 'पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया' जैसे कुछ खुराफाती संगठनों पर ही प्रतिबंध लगा दे! राज्य के कुछ आला-अफसरान मानते हैं कि हाल में सामने आए इस संगठन पर राज्य सरकार की पैनी नजर तो है. प्रतिबंध के बाबत वे मगर मौजूदा माहौल में कुछ भी खुलकर बोलने को राजी नहीं हैं.


नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश भर में मचे बवाल के चलते सबसे ज्यादा सरकारी संपत्ति को नुकसान उत्तर प्रदेश को हुआ है. इसी सूबे में सबसे ज्यादा लोगों की जान भी गई है. इसी सूबे में सबसे ज्यादा लोगों की जान भी गई है.