प्रतापगढ़: राजा भैया के पिता समेत 11 लोग 2 दिन के लिए नजरबंद, वजह भी काफी दिलचस्प है ...
उनका हाउस अरेस्ट शनिवार शाम 5 बजे से रविवार रात 9 बजे तक रहेगा. राजा उदय प्रताप सिंह हनुमान मंदिर पर भंडारा करने की परमिशन मांग रहे थे, जिसके बाद प्रशासन ने उन पर ये कार्रवाई की है.
प्रतापगढ़: कुंडा के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को उनके पिता राजा उदय प्रताप सिंह के पिता को नजरबंद कर दिया गया है. ये आदेश प्रतापगढ़ के डीएम ने दिया है. भदरी रियासत के राजा और रघुराज प्रताप सिंह के पिता राजा उदय प्रताप सिंह समेत 11 को हाउस अरेस्ट में रखा जाएगा. उनका हाउस अरेस्ट शनिवार शाम 5 बजे से रविवार रात 9 बजे तक रहेगा. राजा उदय प्रताप सिंह हनुमान मंदिर पर भंडारा करने की परमिशन मांग रहे थे, जिसके बाद प्रशासन ने उन पर ये कार्रवाई की है.
क्यों नजरबंद किए जाएंगे राजा भैया के पिता ?
राजा उदय प्रताप सिंह ने प्रशासन से हनुमान मंदिर पर भंडारा करने की परमिशन देने की गुहार लगाई थी. जिस हनुमान मंदिर पर भंडारे की बात है, वहां पास से ही मोहर्रम का जुलूस भी निकलता है, जिसके चलते इलाके का सौहार्द बिगड़ने के खतरा रहता है. पिछले 3 सालों से जिला प्रशासन इसी के चलते हनुमान मंदिर पर पूजा-पाठ और भंडारे की अनुमति नहीं देता है और उन्हें नजरबंद करते हुए भंडारे का आयोजन नहीं करने देता.
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हनुमान मंदिर पर बंदर की मौत के बाद शुरू हुआ विवाद
साल 2005 में मोहर्रम के दिन हनुमान मंदिर पर किसी बंदर को गोली मार दी गई थी. इसके बाद से ही उसकी पुण्यतिथि पर लोग भंडारे का आयोजन करते हैं. 2015 से राजा भैया के पिता ने मंदिर पर पूजा-पाठ को भव्य रूप दे दिया. इसके बाद दो समुदाय में टकराव देखते हुए जिला प्रशासन ने 2016 में इस आयोजन पर रोक लगा दी थी.
सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है मामला
भंडारे की अनुमति न मिलने पर राजा उदय प्रताप ने 17 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में प्रत्यावेदन किया था. 27 जनवरी 2020 को कोर्ट ने मामले को निस्तारित करते हुए जिला प्रशासन को निर्णय लेने का निर्देश दिया. 24 अगस्त 2020 को कोविड का हवाला देते हुए फिर जिलाधिकारी ने भंडारे पर रोक लगा दी.
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