Prayagraj News : इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले सपा नेता की तलाश तेज हो गई है. रविवार को प्रयागराज पुलिस ने सपा नेता के लखनऊ समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की. हालांकि, सपा नेता पुलिस के हाथ नहीं लग सका. बता दें कि पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल के पदाधिकारी मनीष जगन अग्रवाल के खिलाफ शिवकुटी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. 


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यह है पूरा मामला 
सपा नेता मनीष जगन अग्रवाल ने ट्वीट कर ऋचा सिंह को विश्‍वविद्यालय की डॉगी, वैशाली की नगरवधुओं समेत अमर्यादित टिप्पणी की थी. इसके बाद ऋचा सिंह ने मनीष जगन अग्रवाल और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. ऋचा सिंह ने कहा था कि मनीष जगन अग्रवाल की अमर्यादित टिप्पणी में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी बराबर शामिल हैं. 


अखिलेश यादव के सह पर महिलाओं के अपमान का आरोप  
ऋचा सिंह का आरोप था कि जिस ट्विटर पोस्ट के जरिए मनीष जगन अग्रवाल लगातार महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक और अशोभनीय टिप्पणियां कर रहे हैं, उसे अखिलेश यादव जानबूझ कर नजरअंदाज कर रहे हैं. ऋचा सिंह का आरोप है कि मनीष जगन अग्रवाल के अधिकतर अमर्यादित आपत्तिजनक ट्वीट में अखिलेश यादव टैग किए गए हैं. इससे पता चलता है कि मनीष जगन अग्रवाल को अखिलेश यादव की सह प्राप्त है. यही वजह है कि मनीष जगन अग्रवाल लगातार महिलाओं को अपमानित करने का कार्य कर रहे हैं. 


पहले भी कर चुके हैं अपमान 
ऋचा सिंह का कहना है कि एक तरफ देश में जहां बेटियां और महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए सरकारें काम कर रही हैं. वहीं, दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के लखनऊ दफ्तर में बैठकर उसके मीडिया सेल के पदाधिकारी जगन मोहन अग्रवाल द्वारा लगातार महिलाओं को टारगेट करके अशोभनीय टिप्पणी करके उनको अपमानित करने का काम किया जा रहा है. ऋचा सिंह ने कहा कि पूर्व में भी मनीष जगन अग्रवाल ने महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है, लेकिन तब अखिलेश यादव ने उसे डीजीपी दफ्तर से छुड़ा लिया था, लेकिन इस बार मनीष जगन अग्रवाल को अंजाम हर हालत में भुगतना पड़ेगा.


सपा ने इसलिए किया था पार्टी से बाहर 
गौरतलब है कि ऋचा सिंह इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पहली महिला छात्रसंघ की अध्यक्ष रह चुकी हैं. छात्र राजिनिति के बाद ऋचा सिंह ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया था. 2017 और 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर ऋचा सिंह ने प्रयागराज के शहर पश्चिमी विधानसभा से चुनाव भी लड़ा था. हालांकि दोनों चुनाव में उन्हें हार मिली. कुछ महीने पहले श्रीरामचरितमानस को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर ऋचा सिंह ने आपत्ति जताई थी. इसके बाद ऋचा सिंह को समाजवादी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. 


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